23 नवम्बर 2021
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जिंदगी की जुस्तजू और मन में उठते भाव, कोई नजरअंदाज करे कोई सुने लेकर चाव, एक प्रसंग पढ़कर ही न विचार बनाइयें, पूरी पुस्तक पढ़कर खुद को तो दोहराइए, जो गुम न हुए खुद में ही तो हमे बताएं, सच कहे क्या इन भावो से आप खुद भी बच पाएं, यदि पसंद आये तो हौसला अफजाई कर, अगली पुस्तक पर भी प्रकाश डाले, हम सबकी जिंदगी कहानी किस्सों सी, जहां खुद ही ढूंढ रहे अंधेरो में उजाले....D
बहुत खुब
19 दिसम्बर 2021
वाह बहुत खूब 👌👌👌
24 नवम्बर 2021
सब कुछ लिख कर भी क्या लिखूं बधाई तो दूं फिर भी क्या लिखूं ये लाइन मेरी तरफ से लेखक के लिए बहुत अच्छा लगा लेख पढ़ कर👌👌👌
24 नवम्बर 2021
Bahut hi shandaar 😍
24 नवम्बर 2021
Bhut acha..
24 नवम्बर 2021