2 दिसम्बर 2021
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जिंदगी की जुस्तजू और मन में उठते भाव, कोई नजरअंदाज करे कोई सुने लेकर चाव, एक प्रसंग पढ़कर ही न विचार बनाइयें, पूरी पुस्तक पढ़कर खुद को तो दोहराइए, जो गुम न हुए खुद में ही तो हमे बताएं, सच कहे क्या इन भावो से आप खुद भी बच पाएं, यदि पसंद आये तो हौसला अफजाई कर, अगली पुस्तक पर भी प्रकाश डाले, हम सबकी जिंदगी कहानी किस्सों सी, जहां खुद ही ढूंढ रहे अंधेरो में उजाले....D
ये जीवन के अल्फाबेट तो बहुत सुन्दर लिख दिए है अपने👌
19 दिसम्बर 2021
आपका भी बहुत धन्यवाद .. मेरी कविता को लाइक करने के लिए .. 😊.. आपसे विनती है... आप मेरी सभी कविताओं और कथा को थोड़ा समय देकर पढ़े...और अपनी समीक्षा दे .. कोई त्रुटि हो तो जरूर अवगत कराए ..🙏😊
2 दिसम्बर 2021
बहुत सुंदर लिखा है... मेरी बहन आपने
2 दिसम्बर 2021
बहुत ही सुंदर विचार मैंम मैंम वो कम्प्यूटर वाली रचना यहां पोस्ट करिये न
2 दिसम्बर 2021
Bhut acha...
2 दिसम्बर 2021
Superb 👏👏
2 दिसम्बर 2021