16 नवम्बर 2021
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जिंदगी की जुस्तजू और मन में उठते भाव, कोई नजरअंदाज करे कोई सुने लेकर चाव, एक प्रसंग पढ़कर ही न विचार बनाइयें, पूरी पुस्तक पढ़कर खुद को तो दोहराइए, जो गुम न हुए खुद में ही तो हमे बताएं, सच कहे क्या इन भावो से आप खुद भी बच पाएं, यदि पसंद आये तो हौसला अफजाई कर, अगली पुस्तक पर भी प्रकाश डाले, हम सबकी जिंदगी कहानी किस्सों सी, जहां खुद ही ढूंढ रहे अंधेरो में उजाले....D
अदभुत, बेमिसाल, नायाब पेशकश सटीक शब्दो का तालमेल और अर्थसंगत रचना आपकी सटीक शब्दो से सजी हुई बेहतरीन रचना आपकी जी।
28 जुलाई 2022
सुन्दर
27 दिसम्बर 2021
सुन्दर रचना
18 दिसम्बर 2021
वाह! क्या बात है 👏
6 दिसम्बर 2021
Bahut achha
16 नवम्बर 2021
Wowwww amazing 👌 yrr kya mst likha too good 😍😍😍😍😍
16 नवम्बर 2021