21 नवम्बर 2021
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जिंदगी की जुस्तजू और मन में उठते भाव, कोई नजरअंदाज करे कोई सुने लेकर चाव, एक प्रसंग पढ़कर ही न विचार बनाइयें, पूरी पुस्तक पढ़कर खुद को तो दोहराइए, जो गुम न हुए खुद में ही तो हमे बताएं, सच कहे क्या इन भावो से आप खुद भी बच पाएं, यदि पसंद आये तो हौसला अफजाई कर, अगली पुस्तक पर भी प्रकाश डाले, हम सबकी जिंदगी कहानी किस्सों सी, जहां खुद ही ढूंढ रहे अंधेरो में उजाले....D
बहुत सुन्दर
19 दिसम्बर 2021
Lajwab 👌
21 नवम्बर 2021
Very nice..
21 नवम्बर 2021
बहुत सुंदर भाव अभिव्यक्ति है आपकी मीनाक्षी जी आपकी नहीं हर लड़की की यही कहानी है 😊😊
21 नवम्बर 2021