हैदराबाद कोर्ट ने आज 2007 के ट्विन बम विस्फोट मामले में तीसरे आरोपी को दोषी ठहराया है । दो अन्य को 4 सितंबर को दोषी पाया गया था। इस मामले में दोषी आतंकवादियों को आश्रय प्रदान करने के लिए तारिक अंजुम एहसान को विशेष अदालत ने दोषी ठहराया था। 25 अगस्त, 2007 को, एक लोकप्रिय भोजनालय, गोकुल चाट में एक विस्फोट में 32 लोगों की मौत हो गई थी । राज्य सचिवालय से कुछ मीटर दूर स्थित लुंबिनी पार्क में खुले वायु थिएटर में दस और की मौत हो गई थी । विस्फोटों में 50 से ज्यादा घायल हो गए थे।
11 साल से अधिक की जांच में, अदालत ने इस मामले में 170 गवाहों के बयान दर्ज किए। तेलंगाना पुलिस के काउंटर इंटेलिजेंस (सीआई) विंग ने मामले की जांच की थी, और पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया, सभी कथित भारतीय मुजाहिदीन के कार्यकर्ता थे ।
इन पांचों में से दो को 4 सितंबर को अदालत ने बरी कर दिया था।
इस साल जून में, मामले में पांच आरोपीओं के खिलाफ मुकदमा नंपल्ली कोर्ट परिसर में स्थित एक अदालत से चेरलापल्ली सेंट्रल जेल के परिसर में स्थित एक कोर्ट हॉल में स्थानांतरित कर दिया गया था।
आरोपीयो को अक्टूबर 2008 में महाराष्ट्र आतंकवाद विरोधी दल ने गिरफ्तार कर लिया था।