आओ थाने में मिश्री सूँ मीठी म्हारी मायड़ भाषा सूँ ओतप्रोत कराऊँ।।
देवासी समाज रो कोई भी व्यक्ति हालताई विशेष कर कवि रे रुप मे उभर कर नी आयौ हैं,इण स्थान री हमेशा ही कमी री हैं ,इण रिक्त स्थान री पूर्ति करणे वास्ते ही में यो सफर चुणीयौ हूँ,,इण सफर मे सफल होणे रे वास्ते आप म्हारी अच्छाइयाँ अर म्हारी गलतियाँ सूँ मनै अवगत कराता रहिज्यौं •-----
आप सगळाईं जंणा रो घणौ-घणौ
•-------धनवाद------•
तो अबै आप मनै इजाजत दिरावौ सा
धोरा वाळो देश अठे
अणुतो मान राखै सा•-----||||
धोरा वाळो देश
धोती-कुरता रो भेष
मुंछो मे मोटा केश
होवै अठे ऊंटो री रेस
अणुतो मान राखे सा •---||
चाँदी भरणी रेत अठे
आपसी अणुतो हेत अठे
बाजरीयाँ रा खेत अठे
परिवार रेवै एक समेत अठे
अणुतो मान राखे सा •---||
मंगरा मे बोले मोर
बोरड़ियाँ तोले बोर
मिनखाँ मे गणौ जोर
घर मे टाबरियाँ रो शोर
अणुतो मान राखे सा •--||
जामण जाया भिर अठे
कामण गिरी रा चिर अठे
नाडी वालो निर अठे
आनबान रा रुखाली शूरवीर अठे
अणुतो मान राखे सा •--||
बणावण जोगी गोरड़ी
पिवण जोगी राबड़ी
रोटियां सूँ भरी छाबड़ी
घोर मे ऊभी टोगड़ी
अणुतो मान राखे सा •--||
आपरा विचार ही म्हारे प्रयास अर स्वपन ने साकार बणा सकेळा •---||
अपा फिर मिलस्यां
राम -राम सा
•----विचारक
भाई मंशीराम देवासी
बोरुंदा जोधपुर
📱 9730788167