आ तो म्हारे सावंरिया री लिला हैं
आ तो म्हारे विष्णु री लिला हैं
बुद्धिजीवी बनने का अवसर मिला है
मनुष्य जन्म का मौका मिला है
ने करो हत्या मानव तुम
जानवरों को भी जीवन जिने
के लिये मिला है •--
उन्हें भी लाल हमें भी लाल
एक समान खून मिला है
आ तो म्हारे सावंरिया री लिला हैं
सात रंगों रो मेल असमान (इन्द्रधनुष )में मिला है
असमान रो रंग अर समन्दर
का पानी भी निला हैं
आ तो म्हारे सावंरिया री लिला हैं
आ तो म्हारे विष्णु री लिला हैं
शायद इण वास्ते कमल
पुष्प पानी में खिला हैं
कलजुग मे भी अपरम्पार लिला हैं
हरिद्वार,मथुरा,काशी अर पुष्कर जैसा पवित्र धाम मिला हैं
जब इनके दर्शन हुई तब
जीवन का सार मिला हैं
आ तो म्हारे सावंरिया री लिला हैं
आ तो म्हारे विष्णु री लिला हैं
बुद्धिजीवी बनने का अवसर मिला है
मनुष्य जन्म का मौका मिला है
आ तो म्हारे सावंरिया री लिला हैं
•------------विचारक
भाई मंशीराम देवासी
बोरुन्दा जोधपुर
।