मिठा शब्द में बोलु ज्यौं बोलें हैं मोर
सुण म्हारा शब्द
लोग कहे शब्द थाणा हैं जोर
गांव मे रेवै सब भला लोग
सिटी मे सब जणा लागे चोर
डोकरा तो अबे मौन धारलियो
टाबरिया मचावै अबै शौर
भलाई रो कोनी समय
बुराई छाई चारो और
सागर गणौ गहरौ निलो हैं गगन
सुण मंशीराम देवासी रा
शब्द सब जणा हो ज्यांवै मगन
शहर री हवा पाणी लागे म्हाने बेकार
गांव री माटी सुं खुशियाँ मिले अपार
मायड़ भौम गणी हैं महान
मायड़ भाषा रे शब्द -शब्द मे है चमत्कार
भारतीय संस्कृति का पहला शब्द है
-----------नमस्कार ------------
जिन्दगी रे सफर मे बस इतना ही सिखा है
साथ तो कोई कोई देवै
धोखो देणै वास्ते हर कोई तैयार बैठा है
मतलबी लोग दूर सुं अपना बतावै
पास मे आते ही अनजान बन जावै
खुदगर्ज होते है ऐसे
लोग जो क्षणभर मे रिश्ते भूल जावै
--भाई मंशीराम देवासी --
---सामड़-------
--बोरुन्दा जोधपुर ----
----9730788167••••