27 फरवरी को विश्व एन.जी. ओ. दिवस के रूप में मनाया जाता है।विश्व एनजीओ दिवस को बाल्टिक सागर के राज्यों की काउंसिल के बाल्टिक सागर एनजीओ फोरम द्वारा 17 अप्रैल 2010 को आधिकारिक रूप से मान्यता दी गयी थी।एन.जी.ओ.एक गैर सरकारी संगठन है जो सरकार के कार्यो को अपने हाथो में लेकर एक निश्चित समय पे पूरा करती है। इस संगठन से जुड़े सभी लोग इसमे सक्रिय रूप से भाग लेते हैं। बहुत सारे कार्य है जैसे स्वास्थ्य विभाग की पोलियो के प्रति जागरुकता, कुष्ठरोग प्रचार प्रसार,मलेरिया उन्मूलन,हैजा दस्त के संबंध में जागरुकता,शिक्षा विभाग में झूला,उपवन एव शैक्षिक वातावरण निर्माण करना और संस्कृति व अन्य विभागो में एन.जी.ओ(NGO) की मदद से ही सरकार अपने कार्यो को पूरा करती है।
यह निजी और शासन के बीच की कड़ी को जोड़ने के रुप में कार्य करती है। जन भागीदारी को प्रोत्साहन देना अनेक ऐसे कार्य जो शासन अपने नौकरशाहों से कराने में असमर्थ या असन्तुष्ट है उसे एक एन.जी.ओ. के माध्यम से सफलता पूर्वक संपन्न कराया जाता है उसमे कार्य करने वाले को एक तरह से रोजगार देने का कार्य भी कर रहा है। उन्ही को प्रोत्साहित करने उनके द्वारा किये कार्यो को प्रशंसा करने विश्व एन जी ओ दिवस मनाया जाता है।
यदि एन.जी.ओ को सौपे गए कार्यो से सरकार संतुष्ट नहीं है तो जिला कलेक्टर उसे हटा या बर्खास्त भी कर सकता है। राज्य जा जिला में ऐसी स्थिति निर्मित हो गई जिससे जनता में उसके प्रति आक्रोश उत्पन्न हो गई है। या एन जी ओ संगठन शासन के पैसो का दुरूपयोग कर रही है तो उस एन जी ओ को उस कार्य से सरकार हता देता है ।
हर देश को एनजीओ की आवश्यकता है।यह बेरोजगारो को रोजगार के अवसर भी प्रदान करता है। इनके कार्य काबिले तारीफ है और देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है।ऐसे में अच्छे उपलब्धी हासिल करने वाले संस्था को पुरुस्कृत करना चाहिए। इनके वर्कर को इस दिन सम्मानित करना इस NGO दिवस को मनाने का उद्देश्य है।
Save tree 🌲save earth 🌏&save life❤