पहलवानों के धरने में साथ देने के लिए हरियाणा की कई खापों, महिला संगठनों और संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने नई दिल्ली के जंतर मंतर पर पहलवानों के विरोध में शामिल होने की घोषणा की। खाप पंचायतें आज जंतर-मंतर पर भी पहुंचे रही है।
भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के प्रमुख और अन्य प्रशिक्षकों के खिलाफ पहलवानों ने एक बार फिर मोर्चा खोल दिया है. दिल्ली के जंतर-मंतर पर पहलवानों का विरोध प्रदर्शन जारी है. सात महिला पहलवानों ने महासंघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कनॉट प्लेस पुलिस थाने में यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई है।
इसी साल जनवरी में देश के शीर्ष पहलवानों ने जब कड़ाके की ठंड में भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण और कोच के खिलाफ मोर्चा खोला तो हर कोई हैरान रह गया था. इसके बाद सरकार ने तुरंत पहलवानों से बातचीत शुरू कर दी और जांच समिति का गठन कर धरना प्रदर्शन को समाप्त करवा दिया. लेकिन यही पहलवान एक बार फिर अपनी पुरानी मांगों को लेकर सड़क पर आकर प्रदर्शन कर रहे हैं, जो आज भी जारी है. पहलवानों ने कहा कि उन्हें एक महीने में कार्रवाई का भरोसा दिया गया था लेकिन अब तीन महीने बाद भी जांच रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की गई है और सरकार ने पहलवानों को जो आश्वासन दिया था वह झूठा निकला।
-बजरंग पूनिया ने कहा कि कमेटी ने हमे आजतक नहीं बताया कि रिपोर्ट सबमिट की है या नहीं. उन्होंने कहा कि बृजभूषण सिंह बाहुबली हैं जो सत्ता का दुरुपयोग कर सकते हैं.।
पहलवानों की शिकायत के बाद स्वाति मालीवाल ने पुलिस को भेजा नोटिस
- महिला खिलाड़ी सुप्रीम कोर्ट पहुंचीं हैं. कोर्ट में नाबालिग सहित लड़कियों की ओर से अनुच्छेद 32 के तहत एक रिट याचिका दायर की गई है.इसमें एफआईआर दर्ज करने के लिए दिल्ली पुलिस आयुक्त को निर्देश देने की मांग की गई.SC ने मामले का उल्लेख कल करने को कहा है. फिलहाल इसे लेकर अधिक विवरण की प्रतीक्षा है
▲खिलाड़ियों का धरना जारी है कितने बक्त से मामला चल रहा है। आवश्यकता है कि इस मामले का निपटारा जल्दी हो। और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले।
खेल में भ्रष्टाचार की खबरें दूसरे खिलाड़ियों का मनोबल कम करती हैं। ऐसे में आवश्यकता है की सच लोगों के सामने आये।
(©ज्योति)