बिहार सुलग रहा है, वो बिहार जहां बुद्ध ने शांति सदाचार और अहिंसा का ज्ञान दिया. जहां से भाइचारे और मानवता का संदेश न सिर्फ देश बल्कि विदेशों में भी अपना प्रभुत्व कायम किया, वो बिहार आज जातीय हिंसा की भेंट चढ़ कर अपनी दुर्दशा पर कराह रहा है. मालूम हो कि हिंदुओं के महापर्व रामनवमी को लेकर विशेष समुदाय के साथ हुई हिंसा ओर दंगे के बाद से बिहार की स्थिति बद से बदतर होती जा रही. हालांकि परिस्थिति को नियंत्रण में करने के दावे सरकार और प्रशासन की तरफ से किया जा रहा है परंतु फिर भी साम्प्रदायिक हिंसा की आग में धधकते इस बुद्ध की धरती पर रह रह कर एक टीस उठती है.
बता दें कि बिहार के संवेदनशील जिले सासाराम, नालंदा समेत कई अन्य जिलों में रामनवमी के बाद हुई हिंसा को लेकर बिहार सरकार एक्शन में है. वहीं इस दंगे और हिंसात्मक घटना को लेकर बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने रविवार को हाईलेवल मीटींग की. मालूम हो कि सीएम आवास पर हुई इस बैठक में मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, डीजीपी आरएस भट्टी समेत सूबे के आला अधिकारी मौजूद रहे. इस मीटींग में बिहार के सीएम ने अफवाह फैलाने वालों पर नजर रखने का निर्देश दिया है. वहीं इसे लेकर सीएम ने मुख्य सचिव और डीजीपी को उन जिलों के डीएम और एसपी से बात कर हालात का जायजा लेने के लिए कहा है, जहां से हिंसा की खबरें आ रही है.
वहीं नालंदा हिंसा में मारे गए युवक के परिजनों से बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने फोन पर बात की है और पीड़ित परिवार को 5 लाख रुपए का मुआवजा देने का ऐलान किया. इसके अलावा सासाराम में भड़की हिंसा के मद्देनजर रोहतास जिले में चार अप्रैल तक सभी सरकारी और निजी स्कूल बंद रहेंगे. साथ ही सभी कोचिंग संस्थान भी बंद रखने के लिए कहा गया है. इधर नालंदा में 4 अप्रैल तक इंटरनेट सेवाएं भी बाधित हैं. बताते चलें कि बिहार के नालंदा, सासाराम, गया, भागलपुर, मुंगेर समेत कई जिलों में रामनवमी की शोभायात्रा के बाद दो समुदाय के बीच हिंसा के भड़कने का मामला सामने आया है. इन सबमें सबसे बुरा हाल रोहतास और नालंदा में है.
हम आशा करते हैं की बिहार की स्थिति जल्दी से जल्दी सुधरे और वहां आपसी भाईचारे और एकता का माहौल हो। और जो लोग भी दंगे फैला रहे हैं देश को धर्म जाति के नाम पर लोगों में वैमनस्य फैला रहे हैं उन्हें चिन्हित कर कड़ा दंड दिया जाए। ताकि दंगों को रोका जा सके ।और बिहार को भगवान बुदध
की शांति व अहिंसा पर चलने के लिए प्रेरित किया जा सके।
देश की एकता व देश पर देश को तोड़ने वालों पर कड़ी कार्रवाई जरूर होनी चाहिए। ताकि आमजन आराम से जीवन जी सकें।
(©ज्योति)