देश की राजधानी दिल्ली में दिल दहला देने वाली घटना हुई है। वारदात उत्तरी दिल्ली के शाहबाद डेरी इलाके में हुई है। जिसमें
साहिल नाम के एक युवक ने चाकू से ताबड़तोड़ करीब 20 बार गोदकर एक किशोरी की हत्या कर दी। घनी आबादी वाले मोहल्ले की व्यस्त गली में यह हमला हुआ। लोग आस-पास से निकल रहे थे लेकिन कोई लड़की को बचाने की कोशिश तक नहीं कर रहा है। गंभीर रूप से घायल लोगों ने किशोरी को पास की अस्पताल पहुंचाया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
इस भयावह घटना ने पूरी दिल्ली को हिला कर रख दिया। इसकी जितनी निंदा की जाए उतनी कम है। दिल्ली पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। जांच चल रही है। समझ में नहीं आ रहा की लड़कियों की सुरक्षा देने में हम विफल क्यों हैं? जब भी कोई ऐसी घटना होती है तो सारे सुरक्षा के वादे विफल हो जाते हैं। मामला कुछ भी हो समाज में अपराध व हिंसा में बढ़ोतरी हुई है। समाज को आत्त्ममंथन करना पड़ेगा। आखिर ये घटनाएं कब कम होगी? प्रश्न ये भी है की मोहल्ले के लोग इस घटना को रोकने के लिए क्यों नहीं आए? कोई उसे रोक क्यों नहीं पाया? हम 21वीं सदी के किस समाज की और बढ़ रहे हैं। अपराधी को दंड मिलना चाहिए। सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। तथा सरकार को भी ऐसी घटनाएं रोकने के लिए सख्त कानून बनाए जाने चाहिए।
(© ज्योति )