आज 21 अप्रैल को राष्ट्रीय नागरिक सेवा दिवस मनाया जाता है।यह दिन सरकारी कर्मचारियों को पहचानने और प्रेरित करने के लिए मनाया जाता है। प्रशासन भी इस दिन दिग्गजों की उपलब्धियों को उनकी सेवा की मान्यता में पदक देकर उन्हें पहचानता है। भारत के प्रधान मंत्री सार्वजनिक सेवा में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए राष्ट्र के सिविल सेवकों को सम्मानित करने के लिए इस दिन उत्कृष्टता के लिए पुरस्कार प्रदान करते हैं। इस दिवस का मुख्य उद्देश्य हैं:
सिविल सेवा अधिकारियों के कार्यों और प्रयासों को प्रेरित करना और उनकी सराहना करना।
केंद्र सरकार इस अवसर का उपयोग सिविल सेवाओं के तहत विभिन्न विभागों के काम का मूल्यांकन करने के लिए करती है।
केंद्र सरकार सर्वश्रेष्ठ कार्य करने वाले व्यक्तियों और समूहों को सम्मानित और पुरस्कृत करती है
यह दिवस राष्ट्रीय महत्व का है। इसमें काम करने वाले व्यक्तियों के कार्यों को सराहना मिलती है उन्हें मोटिवेशन मिलता है कि वे आगे भी इसी लगन से इसी मेहनत से काम करते रहें और देश के विकास में अपना योगदान देते रहें। जब व्यक्तियों को उनके काम के महत्व का मूल्यांकन वआकलन किया जाता है तथा
अच्छा काम करने पर प्रशस्ति पत्र वाह पारितोषिक दिया जाता है तो व्यक्ति इस काम को और मन लगाकर करता है। तथा दूसरों को भी इससे मोटिवेशन मिलता है तथा बे भी बेहतर काम करना चाहते हैं।
प्रशंसा सभी को अच्छी लगती है और जब राष्ट्रीय सेवा दिवस मनाया जाता है तो सिविल सेवक भी कार्यक्रम करते हैं तथा अपने-अपने विभाग में अच्छे काम करने वालों को प्रोत्साहित करते हैं कि वह और अच्छे कार्य करें।
अतः जरूरत है की जो भी पुरस्कार जिसे दिया जाए उसमें पारदर्शिता हो भ्रष्टाचार व किसी के दबाव में ना दिया जाए तभी वह पुरस्कार भी सार्थक है और काम करने वाला भी खुश होकर काम करता है।
(©ज्योति)