पारिवारिक पुनर्मिलन एक विस्तारित परिवार के सदस्यों का एक जगह निश्चित तिथि पर मिलना हो सकता है। जहां सभी बैठकर मिलते हैं बातें करते हैं एक दूसरे से रूबरू होते हैं और फैमिली फोटोग्राफ होता है । भारत में आमतौर पर विवाह उत्सव या फिर घर पर कोई प्रोग्राम होने पर परिवार के सभी सदस्यों को आमंत्रित किया जाता है यही पारिवारिक पुनर्मिलन है। पारिवारिक पुनर्मिलन में जहां परिवार के सदस्य आपस में मिलते हैं एक दूसरे के बारे में जानते हैं प्रेम संबंध प्रगाढ़ होते हैं आत्मीयता बढ़ती है। बच्चों को अपने सांस्कृतिक रीति-रिवाजों व परिवार की जानकारी मिलती है साथ ही वे अपने परिवार के रोजगार, सदस्यों के बारे में जानते हैं। इससे बहुत कुछ अच्छा होता है। परिवार की हर व्यक्ति के जीवन में बहुत बड़ी भूमिका है। वर्ष में एक बार पूरे परिवार के सदस्यों का आपस में मिलन होना ही चाहिए ताकि उनके बीच प्रेम विश्वास सौहार्द बना रहे व परिवारिक जानकारियों काआदान-प्रदान होता रहे।