सच्चा दोस्त खुशी के पलों में
हमारे साथ खुश होता है
दुख के अंधेरे में वह हमे
दुख से लड़ने की हिम्मत देता है।
वह मन का मीत होता है
वह ईश्वर का उपहार
हमारे भावो को समझने वाला
हमारे गुण दोषो को जानने वाला
हमारा विश्वास होता है।
जब लगे जिंदगी अकेली
जब बने जिंदगी पहेली
तब दोस्त ही होता है
जो हर पल आपके साथ होता है।
खुश किस्मत है वो सुदामा
जिसने कृष्णा को मित्र रूप में पाया
सुदामा की तंगहाली में भी
कृष्णा ने मित्र धर्म निभाया।
यह दुर्योधन का सौभाग्य था
करण जैसा मित्र उसे मिला
जो रण में अपना जीवन देकर भी
अपने मित्र धर्म से ना डिगा।
दोस्ती का कुछ किरदार ऐसा है
जिसने दोस्ती को जिया है
उसी ने दुनिया में रंग भर कर
दोस्ती का फर्ज अदा किया है।
दोस्ती में गरीबी अमीरी
आड़े नहीं आती।
दोस्ती में ऊंच-नीच की बात
नहीं की जाती।
दोस्ती तो है जीवन का
अनमोल बंधन ।
इसके लिए न्योछावर है
तन मन धन ।
जिसने सच्ची दोस्ती को पाया है
उसने ही जीवन की हर रंग को जी कर
दोस्ती का नया रंग जमाने को दिखाया है।
©ज्योति