बॉलीवुड की फिल्मों का प्रभाव भारतीय संस्कृति में युवाओं पर बहुत ज्यादा पड़ रहा है। वे अपने पसंदीदा नायक के कपड़े व फैशन को अपनाते हैं। बालों के कट से लेकर कपड़े तक में युवाओं को बॉलीवुड की नकल करते हुए देखा जा सकता है। सिर्फ इतना नहीं हमारे त्योहारों पर भी बॉलीवुड की चकाचौंध का असर पड़ा है। नायक नायिका जैसे फिल्मों में त्यौहार मनाते हैं वैसा ही हम असली जीवन में बनाना चाहते हैं। मुंबई सूट वही कपड़े वही ज्वेलरी पहनना चाहते हैं जो फिल्मों में दिखाई जाती है। सिर्फ इतना ही नहीं अपराध करने वाले अपराधी भी बॉलीवुड की फिल्मों की नकल करते हैं। वे फिल्मों सेपराध करने के नए गुर सीखते हैं। वास्तविक जीवन में बॉलीवुड की नकल से भारतीय संस्कृति में दिखावे की प्रवृत्ति का प्रवेश हुआ है। लोग पैसा नहीं है लेकिन दिखावा कर रहे हैं और कर्ज में डूबे हुए हैं। यह फिल्में जनमानस को बहुत अंदर तक झकझोरती हैं। हमारे बच्चे हमारे युवा सभी बॉलीवुड से प्रेरित हैं। अतः जरूरी है कि बॉलीवुड के सितारे हमारे युवाओं को देश प्रेम का पाठ पढ़ाएं ना कि शराब और सिगरेट की लत डालें। वे हमारे युवाओं के नायक हैं तो उन्हें भारतीय संस्कृति को भारतीय जनमानस को ऐसी शिक्षा देनी चाहिए जिससे वे उनका अनुकरण करें तो भारतीय संस्कृति का गौरव बढ़े। रामायण के सीरियल ने भारतीय जनमानस को भारतीय संस्कृति से परिचित कराया। लेकिन आज जिस तरह की अश्लीलता और नग्नता भारतीय फिल्मों में पश्चिमी प्रभाव में परोसी जा रही है उसे किसी भी तरह से ठीक नहीं कहा जा सकता। विदेशी प्रभाव में भारतीय संस्कृति को बर्बाद कर देना कहां तक ठीक है? अतः जरूरी है भारतीय संस्कृति को का गौरव बढ़ाने वाले पात्रों को चरित्रों को बॉलीवुड पेश करें और भारतीय संस्कृति का मान बढ़ाएं।