सुबह का अखबार उठाकर पढ़िए कोई ना कोई खबर होंगी। चाहे फेक अकाउंट बनाया गया हो या फिर कोई अश्लील तस्वीर। सोशल मीडिया पर साइबर अपराध बढ़ रहे हैं महिलाओं को टेक्स्ट मैसेज भेजे जाते हैं उनके फोटो शेयर करके ब्लैकमेलिंग की जाती है। भारत में महिलाओं के खिलाफ साइबर अपराधों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। कुछ शिकायतें पुलिस में आती हैं कुछ दबा दी जाती हैं। चाहे वीडियो कॉल हो या बार-बार टेक्स्ट मैसेज या फ़ोन का मामला। उनके मैसेज चेक किए जाते हैं उनकी फोटो पर दूसरी फोटो लगाकर उनकी फोटो बनाकर ब्लैक मेलिंग भी की जाती है। कई मामलों में घरवाले शिकायत नहीं करते । कई बार फर्जी मैसेज भेज कर , बार-बार फोन करके, या बार-बार फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज कर उन्हें परेशान किया जाता है। बार-बार सोशल मीडिया पर उनका स्टेटस भी चेक किया जाता है। उनके नाम की फर्जी आईडी बनाकर उन्हें ब्लैक मेलिंग किया जाता है।
कई बार लड़कियां भय से घरवालों को अपनी ब्लैकमेलिंग के बारे में नहीं बताती और हर गलत बात मान लेती हैं। जिससे वे और भी शोषित होती हैं। उनके खिलाफ अपराध करने वालों का हौसला बुलंद होता है। और वे किसी भी तरह का अपराध करते हैं।
जरूरी है की लड़कियों को साइबर अपराध की जानकारी दी जाए। तथा सोशल मीडिया पर भी वे ध्यान रखें कि कोई उनके अकाउंट के साथ छेड़छाड़ ना कर सके। अगर ऐसा कुछ होता है तो पुलिस कंप्लेंट करनी चाहिए। साथ ही अपने खिलाफ हो रहे साइबर अपराधों के लिए उन्हें खुद जागरूक होना पड़ेगा। साथ ही बचाव के उपाय भी खुद ढूंढने पड़ेंगे। अपनी प्राइवेट जानकारी को सोशल मीडिया पर पोस्ट करने से बचना चाहिए ताकि कोई उसका गलत फायदा ना उठा पाए।
। (© ज्योति )