21 मई को दुनिया भर में हर साल विश्व ध्यान दिवस के रूप में मनाया जाता है. इस दिवस के माध्यम से आम लोगों के बीच ध्यान करने का महत्व को स्पष्ट रूप से समझाया जाता है. साथ ही इस अवसर पर ध्यान करने को लेकर जागरूकता भी फैलाई जाती है।आजकल लोगों की दिनचर्या ऐसी हो गई है कि उनके पास खुद के लिए समय ही नहीं होता है. वे हमेशा अपने कामों में व्यस्त रहते हैं, जिसका असर उनकी सेहत पर पड़ता है. इस कारण उन्हें आगे जाकर तनाव जैसी बीमारी का सामना भी करना पड़ सकता है. किन्तु यदि वे अपनी रोज की दिनचर्या में थोड़ा सा बदलाव करेंगे, तो यह उनके लिए सेहतमंद हो सकता है. इसके लिए सुबह कुछ समय निकाल कर मैडिटेशन करना बहुत अच्छा विकल्प होगा. कुछ साल पहले मैडिटेशन को विश्व स्तर पर शुरु किया गया था. जिस दिन इसकी शुरुआत की गई थी, उस दिन को लोग विश्व मैडिटेशन दिवस के रूप में मनाते हैं।
जब आप बच्चे होते हैं, तो आप घास में लेट जाते हैं और बादलों को जाते हुए देखते हैं, और आपके मन में कोई विचार नहीं होता है। यह विशुद्ध रूप से ध्यान है, और हम उसे खो देते हैं।
डिक वैन डाइक का यह कथन आज हमारे जीवन में ध्यान के महत्व को दर्शाता है। ध्यान वह विधा है जो हमसे हमारा पैसे कराती है।
आज की दुनिया में ध्यान महत्वपूर्ण है चाहे आप एक आध्यात्मिक व्यक्ति हों या न हों, दैनिक गतिविधियों की उन्मत्त ऊधम और हलचल हममें से कई लोगों को कभी भी एक पल की शांति पाने से रोकती है।
इसमें कोई संदेह नहीं है कि जिस दुनिया में हम रहते हैं वह तनावपूर्ण हो सकती है। हालांकि तनाव पूरी तरह से सामान्य शारीरिक प्रतिक्रिया है, हमें नियमित रूप से तनाव महसूस नहीं करना चाहिए क्योंकि लगातार तनाव शरीर में गंभीर समस्याएं पैदा कर सकता है। ध्यान व्यस्त दुनिया से समय निकालने और अपने आप पर ध्यान केंद्रित करने का एक शानदार तरीका है। ध्यान करते समय किए जाने वाले श्वास अभ्यास रक्तचाप को कम कर सकते हैं और तनाव के स्तर को कम कर सकते हैं, मन को शांत कर सकते हैं और शरीर को लंबे समय तक तनाव से उबरने का समय दे सकते हैं।
ध्यान के बारे में सबसे अच्छी बात यह है कि इसे कोई भी कर सकता है और इसे कहीं से भी कर सकता है। चाहे आप बैठे हों, खड़े हों, बिस्तर पर लेटे हों या स्नान में बैठे हों, बस अपनी आँखें बंद कर लें, गहरी साँसें अंदर और बाहर लेने पर ध्यान केंद्रित करें और अपने दिमाग को विचारों से मुक्त होने दें। यदि विचार प्रकट होते हैं, तो बस उन्हें स्वीकार करें और उन्हें अपने रास्ते पर लाएँ। जब तक आप अपनी आंखें खोलने और अपने दिन को जारी रखने के लिए तैयार नहीं हो जाते, तब तक गहरी सांस लेना जारी रखें और अपनी सांस का उपयोग अपने भीतर की शांति की भावना को गहरा करने के लिए करें।
ध्यान दिवस मनाने के लिए आपने जो भी तरीका चुना हो, बस याद रखें कि नियमित रूप से अभ्यास करने पर ध्यान सबसे अधिक फायदेमंद होता है, तो क्यों न अपने आप को दिन में एक बार ध्यान करने के लिए एक रिमाइंडर सेट करें, शेष सप्ताह के लिए हर दिन, और देखें कि आप कैसा महसूस करते हैं।
ध्यान ना केवल आपके जीवन में परिवर्तन लाएगा बल्कि आपके विचारों को भी शुद्ध पवित्र बनाने में सहायता करेगा। यह अनेक बीमारियों की रोकथाम में भी उपयोगी है। यह आपके जीवन को एक नई ऊर्जा एक नई शांति से भर देगा। यह आपको अपने आपके बारे में जानने का अवसर देगा। अतः जरूरी है कि हम संकल्प ले कि हम अपने व्यस्त समय में से कुछ समय ध्यान को देंगे। जो हमारी अंतरात्मा को पवित्र शुद्ध वह हमारे विचारों को परिष्कृत करने में हमारी मदद करेगा। तभी इस ध्यान दिवस का सही महत्व है।
(©ज्योति)