shabd-logo

"लक्ष्मी "भाग-9

26 नवम्बर 2021

38 बार देखा गया 38

       अब तक आपने पढ़ा कि लक्ष्मी को अपनी ससुराल में आये कुछ ही दिन हुये थे कि उसे पता लगा कि जिसे उसने अपनी सास समझा था वो पति की छोटी मां है। उसकी सास की हकीकत के बारे में जब उसको पता लगा तो उसने अपने पति के साथ सास को घर में सम्मानजनक स्थान दिलाने के लिए योजना बनाई और उसे अंजाम देने में जुट गयी।
अब आगे......
        सीमा अभी सोच में थी कि तभी पवन घबराया हुआ आया।
      छोटी मां मम्मी की तो बहुत तबियत खराब है। खाना भी नहीं खा पाई,सांसें भी तेज़ चल रही हैं, डाक्टर को बुला लें.... नहीं डाक्टर बुलाने और आने में कहीं देर न हो जाये, हमें उन्हें हास्पीटल ले जाना पड़ेगा।पवन बोले जा रहा था।
सीमा की समझ न आया कि वह क्या कहे?
     दरअसल पिछले दिनों वह रूक्मिणी की देखभाल के लिए गई ही न थी। शादी में व्यस्त वो रूक्मिणी को बिसरा चुकी थी। नौकरानी ने ध्यान रखा या नहीं, उसने पूछा ही नहीं।कहीं सचमुच कुछ हो गया तो.....वह कुछ घबरा सी उठी।पवन व बाकी बच्चों की नजरों से वह गिर जायेगी,  कहीं नगीना भी उसे गलत न समझने लगें।
   इस समय बहु घर में हैं ,पता नहीं उसे क्या-क्या पता लगा है और पवन भी कुछ बदला सा है।
        हां,..हां, डाक्टर के ले चलो। सीमा सकपकाई सी बोली। शादी के काम में मैं उनका ठीक से ध्यान नहीं रख पाई और नौकर तो तुम जानते हो कैसे होते हैं, लगता है उन्होंने अच्छे से ध्यान नहीं रखा।सीमा सफाई सी देते हुए बोली ।  मैं भी साथ चलती हूं।तुम्हारे पापा तो फैक्ट्री चले गए।
   सीमा हास्पीटल में डाक्टर के कमरे के बाहर बैंच पर बैचेन सी बैठी थी।पवन व लक्ष्मी , रूक्मिणी के साथ अन्दर थे। उसके दिमाग में बहुत सी बातें एक साथ चल रही थीं।सुबह जो हुआ था वह उसे अभी समझ न आया था।पवन से पूछने का मौका न मिला था ऊपर से एक और समस्या आ गई।सुबह वो जितनी खुश और संतुष्ट थी,उतनी ही अब चिन्तित व बैचेन थी। उसके मन में एक डर सा फैलता जा रहा था कि कहीं बीस साल से जिस साम्राज्य का सुख भोग रही थी,कहीं वह बिखर तो नहीं जायेगा।मौका मिलते ही वह पवन से बात करेगी और पता करेगी कि लक्ष्मी को उसने क्या और क्यों बताया?वह अपने विचारों में गुम थी कि तभी पवन वहां आ गया।सीमा  ने पवन की ओर प्रश्नवाचक निगाहों से देखा।
      कैसी हैं जीजी?  ....घबराहट भरे स्वर में वह बोली। ये घबराहट रूक्मिणी के लिए थी या अपने आने वाले कल की चिंता पर थी,ये तो सीमा का दिल ही जानता था।
     मम्मी की हालत ज्यादा अच्छी नहीं.…….…..पवन की आवाज में पश्चाताप ध्वनित हो रहा था।
   बेटा मैं……...सीमा ने कुछ कहना चाहा,पर पवन ने बीच में ही रोक दिया।
    नहीं छोटी मां।आप की कोई गलती नहीं,आप ने तो हम सबको संभाला है।गलती मेरी है,  मुझे भी तो मम्मी का ख्याल रखना चाहिए था।पवन ने दिलासा सी देते हुए सीमा को कुछ राहत प्रदान की।
   जबकि हकीकत यह थी कि शादी से दस दिन पहले ही छोटी बहिन मीना आ गयी थी और वह लक्ष्मी के आने से एक दिन पहले ही ससुराल गयी थी और उसने उन दिनों रूक्मिणी की देखभाल की थी।पवन भी उन दिनों दो-तीन बार मां से आशीर्वाद लेने गया था और वह शांत थीं।बेटी के साथ ने उन्हें कुछ संभाल दिया था।दरअसल जब से मीना की शादी हुई थी,वह जब भी आती उसकी कोशिश होती कि मौका मिलते ही वह मां के साथ समय बिताये। यद्यपि वह सीमा का अब भी ज्यादा लिहाज करती थी। सीमा ने इसे कुछ महशूश भी किया लेकिन मीना से उसने कुछ न कहा। कभी- कभी तो आती है और उसे तो पहले सा मान देती है।
  पवन के व्यवहार में अपने लिए सीमा को कोई परिवर्तन   नहीं लगा तो उसे कुछ चैन सा आया।
    छोटी मां !मैं आपको घर छोड़ आता हूं,आप थक गई होंगी।पवन ने आग्रह किया।
   पवन मैं कुछ पूछना चाहती हूं,सीमा के मन में चल रहा द्वन्द्व जुवां पर आ गया।
   हां,छोटी मां,क्या पूछना है?पवन ने सामान्य आवाज में पूछा। जबकि वह जानता था कि सीमा के दिमाग में सुबह से क्या चल रहा है।
तुमने लक्ष्मी को ये बताया कि मैं तुम्हारी सौतेली मां हूं और रूक्मिणी जीजी सगी मां हैं।तुमने लक्ष्मी को और क्या -क्या बताया जीजी और मेरे बारे में?
क्रमशः

प्रीति शर्मा "पूर्णिमा"


Jyoti

Jyoti

👍👌

21 दिसम्बर 2021

Anita Singh

Anita Singh

रोचक

21 दिसम्बर 2021

8 दिसम्बर 2021

19
रचनाएँ
"ससुराल रूपी पिंजरा "
4.8
मेरी यह पुस्तक नारी जीवन के कुछ पहलुओं पर प्रकाश डालती है। पुस्तक में दो कहानियां हैं। "ससुराल रूपी पिंजरा "जिसमें शादी के बाद आनेवाली बहुत सी समस्याओं में से एक कहानी का विषय है। लड़कियों के जीवन में विवाह के बाद आये बदलाव और सामंजस्य बिठाने को लेकर लिखी गयी यह कहानी भारतीय मूल्यों को बरकरार रखते हुए लिखी गयी है, जहां लडकियों का संयम और समझदारी ही राह दिखाते हैं और समस्याओं से पार होना सिखाते हैं।आशावादी रवैया और धैर्य समस्याओं का हल निकालता है। दूसरी कहानी "लक्ष्मी" पहली कहानी के उल्ट बहू द्वारा सास को उसके घर में पुनर्स्थान की है वो भी शान्ति और सौहार्दपूर्ण तरीके से। आशा है पुस्तक की दोनों कहानियाँ पाठकों को पसंद आयेंगी। पुस्तक निःशुल्क रखी गयी थी ताकि ज्यादा से ज्यादा साथी पढ सकें पर कुछ ज्यादा समीक्षायें नहीं दिखीं।
1

भाग-1"शादी और ससुराल की हकीकत"

19 अक्टूबर 2021
13
10
11

<p dir="ltr"><b> भाग-1</b></p><p dir="ltr"><b> घर में सुबह से

2

"पिंजरे में बन्द"

20 अक्टूबर 2021
9
9
8

<p style="color: rgb(62, 62, 62); font-family: sans-serif; font-size: 18px;">अभी तक आपने पढ़ा---&nbs

3

"सामंजस्य "

22 अक्टूबर 2021
9
8
5

पिछले अंक में आपने पढ़ा ...<div><span style="font-size: 1em;">पूनम के ससुराल वालों का व्यवहार उसके सा

4

"सास-बहु और खट्टा-मीठा"

26 अक्टूबर 2021
8
8
4

<p style="color: rgb(62, 62, 62); font-family: sans-serif; font-size: 18px;">अभी तक आपने पढा--</p><p

5

"पिंजरा बना सपनों का महल"

28 अक्टूबर 2021
9
8
10

<p>अभी तक आपने पढा---</p><p>पूनम को उसके पिता लेने आये तो सास ने उसे भेज दिया और फिर हफ्ता होते ही ज

6

"पिंजरा खुला "

29 अक्टूबर 2021
7
7
2

<p style="color: rgb(62, 62, 62); font-family: sans-serif; font-size: 18px;">अभी तक आपने पढा--</p><p

7

"लक्ष्मी "

7 नवम्बर 2021
7
7
5

<div align="left"><p dir="ltr"> लक्ष्मी रसोई में बैठी खाने की तैयारियों म

8

"लक्ष्मी" भाग-2

16 नवम्बर 2021
7
7
3

<div align="left"><p dir="ltr"><b> अभी </b><b>तक</b><b> </b><b>आपने</b><b> </b><b>पढा</

9

"लक्ष्मी "भाग-3

20 नवम्बर 2021
7
8
3

<div align="left"><p dir="ltr"><b>पहले के भाग1,2में आपने पढ़ा--</b></p> </div><p dir="ltr"><b style=

10

"लक्ष्मी"भाग-4

21 नवम्बर 2021
7
8
3

<div align="left"><p dir="ltr"><b>अभी तक आपने लक्ष्मी के 1,2,3 भाग पढे।आपने अगर नहीं </b><b>पढे</b><

11

"लक्ष्मी "भाग-5

22 नवम्बर 2021
7
7
3

<div align="left"><p dir="ltr"><b>आपने लक्ष्मी के भाग1,2,3और 4अगर नहीं </b><b>पढ़े</b><b> </b><b>तो<

12

"लक्ष्मी"भाग-6

23 नवम्बर 2021
6
7
3

<div align="left"><p dir="ltr"><b>अभी तक आपने पढ़ा--</b></p> </div><p dir="ltr"><b style="font-size:

13

"लक्ष्मी"भाग-7

24 नवम्बर 2021
6
6
2

<div align="left"><p dir="ltr"><b>अभी </b><b>तक</b><b> </b><b>आपने</b><b> </b><b>पढ़ा</b><b>--</b><b

14

"लक्ष्मी"भाग-8

25 नवम्बर 2021
8
7
4

<div align="left"><p dir="ltr"><b> आपने लक्ष्मी के पिछले भाग नहीं पढ़े तो

15

"लक्ष्मी "भाग-9

26 नवम्बर 2021
6
6
3

<div align="left"><p dir="ltr"> अब तक आपने पढ़ा कि लक्ष्मी को अपनी ससुराल

16

"लक्ष्मी "भाग-10

28 नवम्बर 2021
6
6
4

<div align="left"><p dir="ltr"><b> आपने अभी तक पढा - - </b><

17

"लक्ष्मी"भाग11

28 नवम्बर 2021
6
6
4

<p dir="ltr"><b>अभी तक आपने पढा--</b><br> <b>पवन लक्ष्मी ने रूक्मिणी को अस्पताल में भर्ती करा दि और

18

"लक्ष्मी"भाग-12

29 नवम्बर 2021
4
4
3

<div align="left"><p dir="ltr"><b> अभी तक आपने पढ़ा--</b></p> </div><p dir="ltr"><b style="fon

19

"लक्ष्मी"भाग-13

30 नवम्बर 2021
3
3
6

<div align="left"><p dir="ltr"><b> अभी </b><b>तक</b><b> </b><b>आपने</b><b> </b><b

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए