राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद 2 से 9 सितंबर से साइप्रस, बुल्गारिया और चेक गणराज्य का दौरा करेंगे | इस दौरान वे इन तीन यूरोपीय देशों के नेतृत्व के साथ विशेष रूप से आर्थिक क्षेत्र में संबंधों को गहरा बनाने के लिए बातचीत करेंगे।
विदेश मंत्रालय में सचिव (पश्चिम) रुची घनश्याम ने कहा, कोविंद साइप्रस के साथ अपने तीन-राष्ट्र दौरा शुरू करेंगे और द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने सहित कई मुद्दों पर उस देश के राष्ट्रपति निकोस अनास्तासीड्स के साथ बातचीत करेंगे |
2-4 सितंबर की अपनी यात्रा के दौरान, राष्ट्रपति साइप्रस हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स को भी संबोधित करेंगे साथ ही वे साइप्रस विश्वविद्यालय में व्याख्यान देंगे और भारतवंशियों को भी संबोधित करेंगे।
यात्रा के दूसरे चरण में, वह 4-6 सितंबर तक बुल्गारिया की यात्रा करेंगे। घनश्याम ने कहा कि 2003 में ए पी जे अब्दुल कलाम ने बुल्गारिया का दौरा किया था, उसके बाद भारतीय राष्ट्रपति की ये पहली बुल्गारिया यात्रा है।
उन्होंने बताया कि बुल्गारिया की अपनी यात्रा पर 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति कोविद सोफिया विश्वविद्यालय में छात्रों को 'शिक्षा बदलाव का माध्यम और साझा उत्तरदायित्व' विषय पर सम्बोधित करेंगे।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति की यात्रा के दौरान भारत-बुल्गारिया व्यापार मंच इवेंट भी आयोजित किया जाएगा और लगभग 250 व्यापार प्रतिनिधियों के इस कार्यक्रम में भाग लेने की उम्मीद है।
यात्रा के दौरान कोविद बुल्गारिया के राष्ट्रपति रूमेन रादेव से दोनों देशों के बीच जुड़ाव को बढ़ाने के मुद्दे पर बातचीत करेंगे।
दौरे के तीसरे
और अंतिम चरण
पर राष्ट्रपति कोविंद
चेक गणराज्य की
यात्रा करेंगे और वहां के राष्ट्रपति मिलो जेमन और प्रधानमंत्री अंद्रेज बाबीस और चेम्बर आफ डेप्यूटीज के अध्यक्ष रादेक वोंड्रासेक से वार्ता करेंगे।
घनश्याम ने कहा कि वह एक
व्यापार मंच की
बैठक में भी
भाग लेंगे। 60 से अधिक भारतीय कंपनियों के प्रतिनिधि कंपनियां इस कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे और करीब इतनी ही चेक कंपनियों के प्रतिनिधि इस कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति कोविंद प्राग के चार्ल्स विश्वविद्यालय में भारतीयविदों के साथ बातचीत करेंगे, इस विश्वविद्यालय में 1850 से ही एक संस्कृत पीठ है।
वह ईएलआई बीमलाइन - इंटरनेशनल लेजर रिसर्च सेंटर भी जाएंगे |
राष्ट्रपति के प्रेस सचिव अशोक ने कहा,
"वह सभी तीन देशों में एक बहुत ही समृद्ध और महत्वपूर्ण कार्यक्रमों की उम्मीद कर रहे हैं| व्यवसाय तीनों देशों में होने वाली बातचीत और विचार-विमर्श का एक बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा बन जाएगा।"