इक़बाल की प्रतिनिधि रचनाएँ
पाश की जीवन के प्रति चेतना तथा उनकी कविताओं का संग्रह पाठकों को इस किताब के माध्यम से मिलेगा।
इस पुस्तक में मेरी विभिन्न कहानियाँ है। यह मेरे जीवन की पहली पुस्तक है। मैं चाहती हूँ कि इसे अधिक से अधिक पाठकगण पढ़े और इसकी सराहना करे। चूँकि मैं लेखन कला में नयी हूँ अतः मेरी भूलों को क्षमा करे और मुझे अधिक से अधिक रचना आपके सामने प्रस्तुत करने के
बुंदेली की पहली त्रैमासिक ई-पत्रिका संपादक-राजीव नामदेव "राना लिधौरी", टीकमगढ़ मोबाइल-9893820965
मप्र लेखक संघ टीकमगढ़ की हर महीने आयोजित कविगोष्ठियों की रपट संयोजक- राजीव नामदेव राना लिधौरी टीकमगढ़ अध्यक्ष मप्र लेखक संघ टीकमगढ़ मोबाइल-9893520965
नूर ए इशाल... ज़िंदगी की कड़ी धूप में हौसले और उम्मीद को जगाती ऐसी सुंदर और प्रेरक लघु कथाएँ जो आपकी मंज़िल के रास्तों को एक नूर से भर दें. जो कभी समझ पाये हमें तो पता चलेगा तुम्हें,हम एक नूर है राहत के लिए, मकसद ए हयात फकत इतना है दिल से अपनों के
समय की खिड़की ----------------------- © ओंकार नाथ त्रिपाठी "समय की खिड़की" मेरी प्रथम लघुकथा संग्रह है जो कि 'शब्द इन' पर आनलाइन प्रकाशित हो रही है।इस संग्रह में मेरी कई छोटी छोटी कहानियां संकलित हैं जो कि मैंने
इस लघुकथा एक निरीह पक्षी के प्रति मानवीय संवेदना को व्यक्त करती है।
बेवज़ह ज़िंदगी में वज़ह की तलाश - करता हुआ नवयुवक - और उसकी कोशिश के रूप में जन्म लेनी वाली कविताएं - पल पल - प्रतिक्षण जिस - हालत से गुजरता है - वह उसे कविता में व्यक्त करने की कोशिश करता है, चाहे वो खुद क लिए गुस्सा या प्यार हो, खुद से शिकायत हो, किसी
प्यार - मुहब्बत की दर्दभरी, मार्मिक कहानियों का संग्रह
इस किताब में सामाजिक समस्याओं के बीच प्यार के खट्टे_मिट्ठे अनुभवों को दर्शाया गया है।
इस पुस्तक में महेश कुमार वर्मा द्वारा लिखित कविताओं का संकलन किया गया है।
प्रस्तुत पुस्तक में लेखक की गद्य रचनाओं को प्रकाशित किया गया है। सभी रचनाओं पर लेखक का कॉपी राइट है।
कविता संग्रह
दादा कामरेड पहली बार 1941 में प्रकाशित हुआ था। इसे हिंदी साहित्य में एक अग्रणी राजनीतिक उपन्यास माना जाता है। उपन्यास अर्ध-आत्मकथात्मक है, और हरीश नाम के एक युवक की कहानी कहता है जो भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में शामिल हो जाता है। उपन्यास स्वतंत्रता, स
रामगुलाम लड़ाई के दौरान धोखे से पड़ोसीदेश की सरहद को पार करके उनके एक गांव पहुंच जाता है।
मेरी रोचक और दिलचस्प कहानियाँ
मैं एक सरकारी अधिकारी हूँ। साहित्य मेरी पसंदीदा विधा है और फुरसत के क्षणों में लिखना-पढ़ना मुझे भाता है। कथा सम्राट मुंशी प्रेमचंद, महादेवी वर्मा, फनिश्वर नाथ रेणु, हरिशंकर परसाई की लेखनी का मैं मुरीद हूँ। मैं मुंशी प्रेमचंद की तरह लिखना चाहता हूँ। म