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सदाचार बेला (13 /01/22) का उद्बोधन

10 मार्च 2022

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प्रस्तुत है अध्यात्मोद्रेचक आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण  

https://sadachar.yugbharti.in/ https://youtu.be/YzZRHAHbK1w https://t.me/prav353  

यदि श्रोता को अंतर्मन में बोलने का अभ्यास हो जाए और वक्ता को सुनने का अभ्यास हो जाए तो वक्ता और श्रोता की ये आध्यात्मिक अवस्थाएं होती हैं मनुष्य के जीवन में यह अद्भुत लीला है कि हमारे द्वारा भीतर भीतर बोलते हुए संगुंफन मन्थन होते हुए हमारे अन्दर से निकलता वही है जो हमारी प्रज्ञा विवेक बुद्धि से सुलझकर उपयुक्त होता है जीवन में ऐसी अनेक कलाएं हैं जिनकी अनुभूति अत्यधिक आनन्द देती है | गीता के अध्याय १३ - क्षेत्र क्षेत्रज्ञ विभाग योग में इसका वर्णन है तिलक जी द्वारा जेल में लिखी मूल गीता रहस्य पुस्तक हमें पढ़नी चाहिये गीता कर्म का बहुत बड़ा उदाहरण है |  

निर्मानमोहा जितसङ्गदोषा अध्यात्मनित्या विनिवृत्तकामाः।  

द्वन्द्वैर्विमुक्ताः सुखदुःखसंज्ञै र्गच्छन्त्यमूढाः पदमव्ययं तत्।।15.5।।  

क्यों क्यों के उत्तर सहज रूप से अपने भीतर मिलते जाते हैं  

या निशा सर्वभूतानां तस्यां जागर्ति संयमी।  

यस्यां जाग्रति भूतानि सा निशा पश्यतो मुनेः।।2.69।।  

जब तक नींद है यह स्वप्न - सा संसार सच लगता है  

अयोध्या कांड (लक्ष्मणगीता ) से मोह निसा सब सोवनिहारा । देखहिं स्वप्न अनेक प्रकारा ।।...  

देश में गद्दार पनप रहे हैं प्रधानमन्त्री की सुरक्षा खतरे में है देश की क्या दशा है तो इन लीलाओं में अपना भाव बदल जाता है यदि हम शौर्य प्रमण्डित अध्यात्म को ध्यान में रखते हैं तो हमें लीला में यशस्विता प्रदर्शित करते हुए लक्ष्मण की तरह भाषा और भाव के साथ उस भूमि पर उतरना चाहिये स्वधर्म का पालन हमारा कर्तव्य है हमारी जो भूमिका है उसे ठीक से करना चाहिये लीला के पुरस्कृत पात्र तब ही बनेंगे जब देश काल परिस्थिति के अनुसार अपने धर्म को निभाएंगे कायर की तरह नहीं बैठना है पुरुषार्थ दिखाना है धन्य विवेकानंद तुम, धन्य तुम्हारा त्याग । धन्य मातु भुवनेश्वरी , धन्य दत्तकुल -भाग ।।(भाग्य) (️ओम शंकर 12/01/2022) हमें अपना कर्म पहचानना है आचार्य जी ने कहा कि स्वामी विवेकानन्द के कार्य और व्यवहार से हमें प्रेरणा लेनी चाहिये आगामी चुनाव को ध्यान में रखते हूए अपनी भूमिका देखें सदाचार को सुनें ही नहीं सदाचार में लगें इसके अतिरिक्त आचार्य जी ने भैया सतीश जी भैया अमित गुप्त जी की चर्चा क्यों की जानने के लिये सुनें |  

 

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रचनाएँ
सदाचार बेला (जनवरी 2022)
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नियमों के अनुकूल किया गया काम ही सदाचार कहलाता है, जैसे—सत्य बोलना, सेवा करना, विनम्र रहना, बड़ों का आदर करना आदि। ये उत्तम चरित्र के गुण हैं। जिस व्यक्ति के व्यवहार में ये गुण होते हैं, वह सदाचारी कहलाता है। ... इस तरह सदाचार का अर्थ है अच्छा व्यवहार सदाचारी व्यक्ति में गुरुजनों का आदर करना, सत्य बोलना, सेवा करना, किसी को कष्ट न पहुँचाना, विनम्र रहना, मधुर बोलना जैसे गुण होते हैं।
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सदाचार बेला (01/01/22) का उद्बोधन

10 मार्च 2022
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प्रस्तुत है तीव्रसंवेग आचार्य श्री ओम शंकर जी का सूरत जो उस समय मुगलों का एक अत्यधिक महत्त्वपूर्ण किला था उस पर सन् 1664 में आज ही के दिन शिवाजी राजे भोंसले (जन्म 19 फ़रवरी 1630) ने धावा बोल दिया था] क

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सदाचार बेला (02 /01/22) का उद्बोधन

10 मार्च 2022
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 प्रस्तुत है प्रवर्तिन् आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण   https://sadachar.yugbharti.in/ https://youtu.be/YzZRHAHbK1w https://t.me/prav353   संसार में रहते हुए सभी के साथ कारण और कार्य संय

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सदाचार बेला (03 /01/22) का उद्बोधन

10 मार्च 2022
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सव्येष्ठ आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण   https://sadachar.yugbharti.in/ https://youtu.be/YzZRHAHbK1w https://t.me/prav353   आज के सदाचार संप्रेषण में आचार्य जी के मन में सांसारिकता के सा

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सदाचार बेला (04/01/22) का उद्बोधन

10 मार्च 2022
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 चार बांस चौबीस गज, अंगुल अष्ट प्रमाण l ता ऊपर सुल्तान है,मत चूके चौहान।।   प्रस्तुत है सानु आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण   https://sadachar.yugbharti.in/ https://youtu.be/YzZRHAHbK1w h

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सदाचार बेला (05 /01/22) का उद्बोधन

10 मार्च 2022
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त्तासुर दैत्य के आतंक का सामना करने हेतु देशहित में दधीचि ऋषि द्वारा दान की गई हड्डियों से तीन धनुष गाण्डीव पिनाक सारङ्ग बने प्रस्तुत है स्यन्दनारोह आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण   https:

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सदाचार बेला (06 /01/22) का उद्बोधन

10 मार्च 2022
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प्रस्तुत है वीरन्धरोन्मुख आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण   https://sadachar.yugbharti.in/ , https://youtu.be/YzZRHAHbK1w , https://t.me/prav353   क्योंकि हम लोग ऋषित्व को प्राप्त नहीं कि

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सदाचार बेला (07/01/22) का उद्बोधन

10 मार्च 2022
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हर कर को गांडीव सुलभ है,हर मन को उत्साह । किंतु शर्त यह आह न किंचित, हर पल निकले वाह ।। हर कर कोगांडीव सुलभ है,हर मन को उत्साह । किंतु शर्त यह आह न किंचित, हर पल निकले वाह ।।   ✍️ओम शंकर प्रस्तुत है

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सदाचार बेला (08 /01/22) का उद्बोधन

10 मार्च 2022
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प्रस्तुत है साशंस आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण : -   https://sadachar.yugbharti.in/ , https://youtu.be/YzZRHAHbK1w , https://t.me/prav353   इस सदाचार वेला का अनवरत संप्रेषण परमात्मा दे

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सदाचार बेला (09/01/22) का उद्बोधन

10 मार्च 2022
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 प्रस्तुत है स्मितदृश्आ चार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण https://sadachar.yugbharti.in/ , https://youtu.be/YzZRHAHbK1w , https://t.me/prav353   आचार्य जी आज कानपुर पहुंचेंगे भाषा का व्यवहार म

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सदाचार बेला (10 /01/22) का उद्बोधन

10 मार्च 2022
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 प्रस्तुत है धैर्यकलित आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण   https://sadachar.yugbharti.in/, https://youtu.be/YzZRHAHbK1w , https://t.me/prav353   स्थान -परिवर्तन और व्यवस्था -परिवर्तन में भी

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सदाचार बेला (11 /01/22) का उद्बोधन

10 मार्च 2022
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 उत्तिष्ठत जाग्रत प्राप्य वरान्निबोधत । क्षुरस्य धारा निशिता दुरत्यया दुर्गं पथस्तत्कवयो वदन्ति ॥ (कठोपनिषद् 1/3/14) (उत्तिष्ठत, जाग्रत, प्राप्य, वरान्, निबोधत, क्षुरस्य, धारा, निशिता,दुरत्यया,दुर्गम

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सदाचार बेला (12/01/22) का उद्बोधन

10 मार्च 2022
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प्रस्तुत है उद्यतायुध आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण   https://sadachar.yugbharti.in/ https://youtu.be/YzZRHAHbK1w https://t.me/prav353   श्रोता और वक्ता दोनों यदि अपने विकारी शरीर को भुल

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सदाचार बेला (13 /01/22) का उद्बोधन

10 मार्च 2022
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प्रस्तुत है अध्यात्मोद्रेचक आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण   https://sadachar.yugbharti.in/ https://youtu.be/YzZRHAHbK1w https://t.me/prav353   यदि श्रोता को अंतर्मन में बोलने का अभ्यास ह

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सदाचार बेला (14 /01/22) का उद्बोधन

10 मार्च 2022
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 सर्वगुह्यतमं भूयः श्रृणु मे परमं वचः। इष्टोऽसि मे दृढमिति ततो वक्ष्यामि ते हितम् ।।18.64।।   प्रस्तुत है ध्वज आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण   https://sadachar.yugbharti.in/ , https://yo

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सदाचार बेला (15 /01/22) का उद्बोधन

10 मार्च 2022
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लभन्ते ब्रह्मनिर्वाणमृषयः क्षीणकल्मषाः। छिन्नद्वैधा यतात्मानः सर्वभूतहिते रताः।।5.25।।  प्रस्तुत है प्रबर्ह आचार्य श्री ओम शंकर जी का भारतीय संस्कृति की रक्षा और विस्तार हेतु सदाचार संप्रेषण  https:

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सदाचार बेला (16 /01/22) का उद्बोधन

10 मार्च 2022
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सर्वभूतहिते रताः प्रस्तुत है प्रभविष्णु आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण   https://sadachar.yugbharti.in/ https://youtu.be/YzZRHAHbK1w https://t.me/prav353  सिविल लाइन्स उन्नाव स्थित सरस्

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सदाचार बेला (17 /01/22) का उद्बोधन

10 मार्च 2022
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 प्रस्तुत है आर्थिक आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण   https://sadachar.yugbharti.in/ , https://youtu.be/YzZRHAHbK1w , https://t.me/prav353  कल उन्नाव स्थित विद्यालय के पूर्व छात्र सम्मे

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सदाचार बेला (18 /01/22) का उद्बोधन

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आत्मानुसंधान तथा अन्तरावलोकन द्वारा अपने दोषों को दूर करने की चेष्टा करें -अखंड ज्योति अप्रैल 1951 पृष्ठ 8  प्रस्तुत है मार्गोपदिश् आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण   https://sadachar.yu

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सदाचार बेला (19 /01/22) का उद्बोधन

10 मार्च 2022
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प्रस्तुत है प्रवेक आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण   https://sadachar.yugbharti.in/ , https://youtu.be/YzZRHAHbK1w , https://t.me/prav353  हमने अपना उद्देश्य बनाया कि भारत मां के चरणो

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सदाचार बेला (20 /01/22) का उद्बोधन

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शौर्य कभी गर सो जाए तो हल्दीघाटी को पढ़ लेना ।।  प्रस्तुत है यजि आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण   https://sadachar.yugbharti.in/ , https://youtu.be/YzZRHAHbK1w ,https://t.me/prav353 

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सदाचार बेला (21/01/22) का उद्बोधन

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प्रस्तुत है जाजिन्आ चार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण : -  https://sadachar.yugbharti.in/ , https://youtu.be/YzZRHAHbK1w , https://t.me/prav353  मनुष्य के जीवन जीने का मर्म यही है कि वह मनु

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सदाचार बेला (22 /01/22) का उद्बोधन

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प्रस्तुत है वृत्तशस्त्र आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण   https://sadachar.yugbharti.in/ , https://youtu.bue/YzZRHAHbK1w , https://t.me/prav353  मनुष्यत्व की अनुभूति करते हुए हम लोग संसार

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सदाचार बेला (23/01/22) का उद्बोधन

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प्रस्तुत है वृत्तिस्थ आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण   https://sadachar.yugbharti.in/ , https://youtu.be/YzZRHAHbK1w , https://t.me/prav353  परमात्मा की कृपा है कि सामान्य जीवन निर्वाह

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सदाचार बेला (25/01/22) का उद्बोधन

10 मार्च 2022
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ओ हिन्दू वीर तेरे नाम एक संदेश लाया हूं तू किन वीरों का वंशज है बताने तुझको आया हूं  प्रस्तुत है यशस्काम आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण   https://sadachar.yugbharti.in/ , ttps://you

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सदाचार बेला (26 /01/22) का उद्बोधन

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प्रस्तुत है हयङ्कष आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण   https://sadachar.yugbharti.in/ , https://youtu.be/YzZRHAHbK1w , https://t.me/prav353  यह सदाचार वेला हमें उत्साह से भरने के लिये हो

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सदाचार बेला (27/01/22) का उद्बोधन

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प्रस्तुत है सिंहदर्प आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण    https://sadachar.yugbharti.in/ , https://youtu.be/YzZRHAHbK1w , https://t.me/prav353  हम चाहे विद्यालय में रहें किसी संस्था में र

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सदाचार बेला (28 /01/22) का उद्बोधन

10 मार्च 2022
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बिनु संतोष न काम नसाहीं । काम अछत सुख सपनेहुँ नाहीं ॥  राम भजन बिनु मिटहिं कि कामा। थल बिहीन तरु कबहुँ कि जामा ll  प्रस्तुत है पाठीन आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण   https://sadachar.

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सदाचार बेला (29 /01/22) का उद्बोधन

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 कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन। मा कर्मफलहेतुर्भूर्मा ते सङ्गोऽस्त्वकर्मणि।।2.47।।  प्रस्तुत है शिश्विदान आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण   https://sadachar.yugbharti.in/ ,https:/

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सदाचार बेला (30 /01/22) का उद्बोधन

10 मार्च 2022
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 प्रस्तुत है विकुर्वाण आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण   https://sadachar.yugbharti.in/ , https://youtu.be/YzZRHAHbK1w https://t.me/prav353  अनुभूति की बात है कि इस रहस्यात्मक संसार में

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सदाचार बेला (31 /01/22) का उद्बोधन

10 मार्च 2022
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नान्या स्पृहा रघुपते हृदयेऽस्मदीये सत्यं वदामि च भवानखिलान्तरात्मा। भक्तिं प्रयच्छ रघुपुंगव निर्भरां मे कामादिदोषरहितं कुरु मानसं च॥ (भावार्थ:- हे रघुनाथजी! आप सभी के दिल में आत्मा रूप में स्थित ह

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सदाचार बेला (24 /01/22) का उद्बोधन

14 मार्च 2022
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 प्रस्तुत है स्नेहिन् आचार्य श्री ओम शंकर जी का सदाचार संप्रेषण   https://sadachar.yugbharti.in/ https://youtu.be/YzZRHAHbK1w https://t.me/prav353  परमात्मतत्त्व बिना विचार के सहज ही कभी कभी उद्भूत

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