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शायरी

hindi articles, stories and books related to shayari


१ मां तू मां है नही है इस दुनिया मैं कोई भी तुझसे बढ़कर मां तू मां है नही है इस दुनिया मैं कोई भी तुझे बढ़कर मां तू सागर एक दरिया है जिसने मैं हर बार डूब जाने को जी करता है २ मां तेरे आ

🌷🌷🌷🌷मेरी दुआओं में इतना असर हो.........तुम खुश रहो हमेशा चाहे इस जहां में........................ हम रहे ना रहे पर तेरी खुशियों की दुआ जरूर करेंगे................!!!!🥀❤️🍁🍁🍁🍁🍁🍁🌹🌹सुन जरा ए

🌷🌷🌷🌷वो शाम ही तो मुझे.................... हर रोज़ घुट _घुट कर मरने के लिए...................... मेरी जिंदगी में एक श्राप बनके आई थी..............!!!🥀💔😔🌹🌼🌹🌼🌹🌼🌹🌼🌹🤍वो शाम ही कुछ ऐसी थी म

🌹🌹🌹जुदा तुम हुए पर बेवफ़ा हम हो गए भूल तुम गए पर भुलाने का इल्जाम हमे लगा गएएक हम थे जो तुमसे प्यार करते रहे पर तुम तो किसी और के प्यार में गुम थे.......!!💔🥺🌷🤍🌷🤍🌷🤍🌷🤍🌷💔दिल के करीब आ

🌷सारी रात जाग के मैं,,🤍यही सोचती रहतीं हुं,,🌷की क्या हम इत्ते बुरे हैं...!!🥀🥀🤍कि सब मुझे छोड़ के चले जाते हैं,,🌷मेरा मन तो करता है कि कहीं दूर,,🤍चली जाऊं जहां से कभी ना आ सकूं,,🌷कोई ऐसी जगह ज

🌷🌷🌷ये छोटी _छोटी आंखे भी कितने राज छुपाए होती हैं..............................चाहें खुशी के हों आंसू.................... चाहें गम के हों दोनों ही एक जैसे होते हैं................!!!!🥀💔🍂🍂�

रूबरू रहू मै उसके ,कभी तो रे  ऐसा हो,बार बार देखे,  मुझे वो,अजी ये कैसा हो,मुख पे हो नकाब उसके, अजी जो ऐसा हो,उठा के बार बार देखे मुझे ,खुदा ये कैसे हो।उसकी महक,आए मुझे , यदि जो ऐसा हो,रहे स

रूबरू मै रहू ,उसके आगोश मे,,  मय की उसमे रहू,आंऊ न होश मे,वो जो सजदा करे,,आऊ  मै जोश मे,रूबरू मै रहू उसके आगोश मे।।उसको पाने की बस,  जुस्तजू इक रहे,खो न ,दू मै उसे ,बस यही होश रहे।

मैं दीप जला के रखती हूँरातों मे तुम कब आ जाओमैं फूल बिछा के रखती हूँजाने किस मोड़ से आ जाओजाने कैसे मेरी रात कटीबिस्तर की सिलवट से पूछोरोए हम रातों मे कितनामेरी आँखो की लाली से पूछोबेचैनी बढ़ती है दिल

मैं पेड़ की टूटी हुई वोह टहनी हु जो जब गिरता हु तोह खुद पेड़ बन जाता हु ....!!!

बात सही लगे तो हां जी हां जी करना बस यही करने मुझे नौकरी में न आया खुदा की मर्जी अगर हुई तो छोड़ देंगे नौकरी लेकिन जबरदस्ती हा जी हां जी न करेंगे ....

अगर चाहे संपूर्ण विकास तोकमजोरी ढूंढना छोड़ दोप्रयासरत रहे निजी विकास मेंदूजे से लड़ना छोड़ दोप्रतिस्पर्धा हो विकास कीलेकिन छल कपट का न हो नामप्रयास भरसक कीजिएपर याद रखें किसीका ना हो अपमानफिर देखिए स

रातों रात मैं भटका हु उस पगली की उन यादों में जब हम बैठा करते थे घर की छत पर हमेशा कुछ न कुछ ख्वाब देखा करता था रातों रात मैं भटका हु उस पगली की उन यादों में !! 

दुनिया की कोई ऐसी रीती रिवाज नहीं है जो मुझे मेरे मंजिल से रोके वहा जाने सेमैं कोई ऐसा वैसा नहीं जो पैर कही पर रख दू .मैं खुद का दीवाना हु जो आग में भी जलकर चल सकता हु !!!

तुम मिली मैं मिला खुदा ने मिला दियाये सौभाग्य मेरा है की तुम मुझे मिलीवरना दुनिया मुझे झेल पाए ऐसी कोई पैदा भी न हुई अब तकसुनो मेरे दिल की धड़कनो को आए मेरे सनम ,तुम मेरे हो तो समझ जाओगे गर किसी के और

कितनी अजीब है न ज़िन्दगी ,कितनी गरीब है न ज़िन्दगीकितने सौक कितने रिश्ते रुस्वा किये है हमनेये तो हमी से पूछो हाल आए दिल सनम !!

तुमसे बात न करू तो गुनाह मेरा होगाअजब सी है मुस्कान तुम्हारी जो रंग ला देती हैथक गया था ज़िन्दगी से मैं जब तुम मुझे मिलेखिल सी गयी ज़िन्दगी मेरी जब से साथ आप हो .....!!

मैंने देखा है लोगो को बेटी की शादी में कर्जदार होते लेकिन मैं तो खुद की शादी में कर्जदार हो गया ....

चाँद अब तू भी बता तू कौन से मजहब से है ईद भी तेरी और करवाचौथ भी तेराइस जहा में इंसानों ने सब कुछ तो बाँट दिया हैईश्वर बांटे बाँट दिया जानवर बाँट दिया संसारऐ चाँद अब तू भी बता तू कौन से मजहब से हैख्वाब

मेरी जिंदगी में आने वाले, हर शख्स का शुक्रिया।दर्द जिसने भी दिया,बेशुमार दिया।।               -संध्या यादव "साही"

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