तुमने कभी चाहा था मुझको इस गलतफहमी में जिंदगी गुजार दी हमने तुम्हें तो बस बह
आज तन्हा हूँ मैं तो कोई गम नही तू याद इतना भी ना आ कि जब होश आये मुझको
आदमी वैसे तो भला हूँ मैं बस शराबी &
हैं कुछ ज़ख्म दिल के जो मैं दिखाना नही चाहता,
हैं कुछ तक़लीफ़ें मेरी
असावं कुणीतरी...
आपल्या हाकेला 'ओ' देणारं</
मला आवडतो हा रिमझीम पाऊस, गुलम
तुझ्यासाठी आज फक्त
पावसाचा शृंगार केलाय...
पहिल्या सरीचा पहिला थेंब
म्हणजे प्रेम</
मेघ गर्जले
पाऊस दाटला
अबो
पावसाची ही गुज,
पाखरांची कुजबुज,
बघता या चिंब सरीना
आठवण तुझी येऊन जाते...</
चाँद को देख के ख़ामोश, सितारे चुप हैं हम जो चुप हैं तो सभी लोग हमारे चुप हैं
मुसलसल है जलीलो ख़्वार रहना बड़ा महँगा पड़ा इस पार रहना सबूत इस इश्क
इश्क़ अब हद से ज़ियादा नही करना मुझको उम्र तुझसे कोई वादा नही करना मुझको
क़िस्से शुरूअ होंगे हज़ारों , हज़ार ख़त्म बिस्तर पे आ गये हैं वो यानी के प्यार ख़त्म