शिक्षक दिवस एवं गणेश चतुर्थी की सभी शिक्षकों एवं शब्दनगरी के सभी मित्रों व सदस्यों को बहुत-बहुत बधाई
आज शिक्षक दिवस पर पुत्री ने हैप्पी टीचर डे का मैसज भेजा और मुझसे जो सीखा उसके लिए धन्यवाद दिया।
मेरी डांट और गुस्से को लेकर नाराजगी प्रकट करने के बाद भी धन्यवाद दिया।
उसके प्रत्युत्तर में मैंने उसे जो कहा यहां सबके लिए अंकित कर रहा हूं क्योंकि ये सबके लिए उपयोगी है।
पढ़ना सीखने का पहला चरण है। माता पिता पहले शिक्षक हैं। इसके बाद शिक्षक आता है।
हमारा जीवन हमें हर पल सिखाता है जो सीखता है वो आगे बढ़ता है।
ज्ञान पढ़ने वाले को मिलता है और आजीवन काम आता है। यही सच्चा मित्र है।
डांट व क्रोध सुमार्ग पर लाने के लिए आवश्यक हैं।
जो भला चाहता है और प्यार करता है वही डांटता है दूसरा डांटेगा ही क्यों...?
स्मरण रखो सीखने वाला ही अपने लक्ष्य को पाता है जो परिश्रम करता है उसका परिश्रम कभी बेकार नहीं जाता है।
लक्ष्य पर निगाह रखो और उसके लिए प्रयास करो सफलता मिलेगी। प्रयास करने वाले ही सफल होते हैं जो प्रयास नहीं करता वह क्या सफल होगा।
जीवन का हर पल तुम्हें सिखाए इसी शुभकामनाओं सहित...
तुम्हारा पापा