भाग 19
नंदिनी अपनी फ्रेंड के साथ अर्पित के सामने वाले टेबल पर बैठकर ब्लैक कॉफी का ऑर्डर देती है तो सामने से अर्पित भी ब्लैक कॉफी का ऑर्डर देता है, अर्पित सोचता है कि इसे भी ब्लैक कॉफी हो पसंद है ,चलो एक चीज तो हमारी मिलती है,नंदिनी भी यही सोचती है, दोनो कि कॉफी आती है,दोनो ही पीने लगते है और चुपके चुपके एक दूसरे को देखते हैं, नंदिता की फ्रेंड हीना कहती है" यार तेरे चक्कर में मुझे भी ब्लैक कॉफी पीना जो मुझे एकदम पसंद नही है, "!! नंदिता कहती हैं " मैने कब कहा कि तुम ब्लैक कॉफी पी तुझे जो पीना है वो मंगाना चाहिए ना, पैसे तो सेम ही लगने हैं ,में तो अपनी फेवरेट आइटम ही पिऊंगी ,"!! हीना कहती हैं " ओके नेक्स्ट टाइम मैं भी अपनी चॉइस की आइटम मंगा लूंगी,"!! कॉफी खतम होती है, अब नंदिता अर्पित से बात करने का बहाना ढूंढने लगती है, वह कुछ सोच कर उठती है और सीधे अर्पित के पास जाकर पूछती है," हैलो मिस्टर, "!! अर्पित हड़बड़ा कर उसे देखकर सोचता है कि कहीं यह उसे देखते देख नाराज़ तो नही हो गई और कही सबके सामने मेरी इंसल्ट न कर दे वह हकलाते हुए कहता है, " येस,! येस मैडम बोलिए एनी प्रोब्लम, "? नंदिता कहती है ," सॉरी तो डिस्टर्ब यू, आपके पास पेन होगा , "!! अर्पित चौक कर उसकी तरफ देखते हुए सोचता है ,इसे पेन कि क्या जरूरत है , और आजकल तो लोग जो भी लिखना है मोबाइल पर लिख दिया करते हैं,नंदिता सोचती है कि वह उस कितना बेवकूफ सोच रहा होगा कि पेन मांगने आ गई है, तभी अर्पित कहता है ," इट्स ओके , येस मेरे पास है ,पर पेन का क्या करोगी ,"!! नंदिता को पता नही क्या मस्ती सूझी वह कहती है, " हॉलीवुड की फिल्म देखते हो ना ,उसमे पेन का उसे अपने दुश्मन कि जान लेने के लिए यूज करते हैं , "!! अर्पित कहता है," वह तो यहां के टॉलीवुड से बॉलीवुड में भी उसे होता है पर तुम किसे मरना चाहती हो, "!! वह थोड़ा घबरा जाता हैं कि कहीं ये पागल लड़की उसका पेन उसके लिए ही उसे ना करें, क्योंकि कई फिल्मों भी इसी तरह मर्डर किया है, वह फिर भी पेन देता है तो नंदिता मुस्कराकर उसे देखती हैं,और उसके पास से एक पेपर लेकर कहती है, " इस तरह छुप छुप कर देखने से बेहतर है मेरा नंबर ले लो और जब चाहो तो काल कर के बात कर सकते हो ,और वीडियो कॉल भी कर सकते हो पर घर में रहूंगी तो उठा नही पाऊंगी ,उसके लिए अभी से सॉरी , और हां आज की कॉफी का बिल तुम्हे देना होगा, "!! अर्पित तो आवाक सा देखता रह जता है , उसे इतनी जल्दी बात बनाने की उम्मीद नही थी ,और कम से कम आज तो नही ही, और वह भी लड़की कि तरफ से पहल हो गई तो और भी ज्यादा खुशी मिल गई थी वह तो शायद इतनी जल्दी खुद भी नही कह पाता, नंदिता कहती है " क्या हुआ में पसंद नही आई क्या , अगर पसंद नही आई थी तो बार बार क्यों देख रहे थे,"!!! अर्पित घबराकर कहता है " अरे नही नही तुम पसंद तो आई नही वो मेरा मतलब बहुत पसंद आई, और बिल भी भर दूंगा, आप बैठिए प्लीज हैव ए सीट,"!! वह खड़ा होता है ,अर्पित उसके सामने बैठती है, दूसरी तरफ बैठी हीना सोच रही थी कि ये नंदिता पागल हो गई है क्या जो एक अनजान लड़के को परेशान कर रही है, अर्पित कहता है ," सॉरी मैने कल पहली बार आपको देखा तो देखते ही दिल दे बैठा, "!! नंदिता समझ जाती है की आग तो दोनो तरफ गहरी है, फिर भी वह खिंचाई करने के मूड में आ जाती है, " वो मिस्टर,"!! वह उसके सामने उंगली हिलाती है ,अर्पित कहता है " अर्पित ,अर्पित देव ,वैसे आपको क्या कहा जाता है ,"!! नंदिता कहती है ," पेपर में लिख दिया है और डेली मैं 3 बजे से शाम 5 बजे तक यहीं रहती हूं, ओके अब मैं चलती हु , "!!अर्पित कहता है, " थोड़ी देर और रुक जाती एक एक ब्लैक कॉफी और हो जाती तो मुझे अच्छा लगता, "!! नंदिता अपनी सहेली हीना को भी आवाज देती है उसे टेबल पर बुलाती है और कहती है, " ये मेरी फ्रेंड हीना है , और हीना ये अर्पित है , जस्ट अभी इंट्रो हुआ है , नाउ वी आर फ्रेंड, "!! हीना कहती है ," अरे यार इतना फास्ट तो लोग कॉफी भी नही पीते जितने जल्दी तूने फ्रेंडशिप भी कर लिया ,वैसे फिर से कॉफी पीने का मूड है तो मेरे लिए कैप्चिनो मंगाना , "!! अर्पित कॉफी का ऑर्डर देता है,"!! यह उनकी पहली बात चित थी फिर धीरे धीरे मुलाकाते बढ़ी और नंदिता को उस से लगाव होने लगता है, अर्पित तो उसे चाहता ही था, ,!!
आगे की कहानी अगले भाग में पढ़िए"!!