भाग 4
सुमन को मिताली कहती हैं ," तूने तो उसको क्लीन बोल्ड कर दिया, "! सुमन कहती है " पर यार ,उसकी कोई गर्ल फ्रेंड है वो इंगेज्ड है, अब कैसे मिलेगा मुझे , क्या करू ,?? मिताली कहती है "छोड़ ना उसको, देख तु सुंदर है स्मार्ट है ,तेरे लिए लडको की लाइन लग जायेगी,चल फिल्म देखने चलते हैं मूड चेंज हो जायेगा, "!
अर्पित अपने कमरे में अप सेट होकर किसी से मोबाइल पर बात कर रहा है " यार ,मेरे पीछे ही पड़ गई है, नही यार सुंदर स्मार्ट है , लाखों में एक है ,अगर मेरी नंदिता को पता चला तो मेरा जीना हराम हो जायेगा, आज हम और नंदिता फिल्म देखने जा रहे हैं, बहुत दिन से पीछे पड़ी है साथ फिल्म देखने के लिए ,आज रेस्ट मिला है तो देख लेते हैं , ( हंसता हुआ कहता है) अबे तू साला मरवाएगा , एक को झेलना मुश्किल है और तु दो की बात कर रहा है, चल ठीक है बाद में बात करते हैं ,मुझे निकलना है, "!! वह फोन बंद करता है , और तैयार होने लगता है ,।
मूवी टाइम्स में सुमन और मिताली टिकट लेकर एंट्री का वेट कर रही है तभी ,अर्पित भी अपनी गर्ल फ्रेंड नंदिता के साथ आता है , नंदिता भी सुंदर है स्मार्ट है पर सुमन से अधिक नही ,सुमन नंदिता को देख जल भुन जाति है और मिताली से कहती है " देख उस बेवकूफ को जिसके साथ आया है वह मुझसे सुंदर तो नही है , घोंचू को यही पसंद आई,"!! मिताली उसे समझा कर कहती है " तु शांत रह कुछ भी उल्टा सीधा मत बोल देना , चुप चाप फिल्म देखना ,और उल्टा सीधा बकना है तो घर जाते हैं , "!! वह कहती हैं " मैं इतनी भी बेवकूफ नहीं हूं जितना तुम लोग समझती हो , चल फिल्म देखते हैं, "!! वह इस तरह से जाती है कि अर्पित की नजर भी उसपे पड़े , अर्पित उसको देख नर्वस होता है और चुप चाप अपनी नंदिता के साथ थिएटर में एंट्री करता है ,उसका मन तो किया की वहां से निकल जाए पर नंदिता को क्या बोलेगा , !! पूरी फिल्म के दौरान सुमन की नजर अर्पित और नंदिता पर ही रहती है ,अर्पित को भी पता था की वह उसी को देख रही होगी , वह जान बूझकर नंदिता को किस करता है , और उसके कंधे पर हाथ रख कर अपनी तरफ चिपका कर बैठता है, सुमन का टेंपरेचर बढ़ने लगता है मिताली उसका हाथ पकड़ कर दबाती है तो वह शांत होती है ,मिताली समझ रही थी कि सुमन को गुस्सा आ रहा होगा,!फिल्म के इंटरवल में मिताली पॉपकॉर्न लेकर आती है ,अर्पित ने तो पॉपकॉर्न के साथ सीट बुक की थी तो उसका पॉपकॉर्न और कोल्ड ड्रिंक्स अंदर ही आता है ,अर्पित और नंदिता को हंस हंस कर बाते करते देख सुमन का दिल बैठ जा रहा था, वह गुस्से के मारे उस तरफ देखना बंद करती है, फिल्म खतम होने के बाद वह बाहर निकलती है और अपनी स्कूटी के पास मिताली के साथ खड़ी है, उसी समय अर्पित और नंदिता निकलते हैं और एक ऑटो रिक्शा पकड़ कर आगे बढ़ते हैं , सुमन उसके पीछे जाती है ,मिताली उस से पूछती है " उनके पीछे क्यों जा रही है, "?? सुमन कहती है , " चल देखते हैं मेरी सौत कहां रहती है , फिर उसका बंदोबस्त करते हैं,"!! अर्पित नंदिता को गोवर्धन सोसायटी में छोड़ता है ,और फिर घर की तरफ बढ़ता है , सुमन सोसाइटी में झाक कर देखती है तो नंदिता को बिल्डिंग नंबर 5 में जाते दिखी, वह मिताली से कहती हैं," बिल्डिंग नंबर पांच में रहती है , चल फ़्लैट नंबर पता कर के आते हैं, "! मिताली मना करती है तो वह अकेले जाने लगती है तो वह भी उसके साथ जाती है, दोनो नीचे वॉच मैन से पूछती हैं " अरे भाई साहब वो अभी सरिता गई ना ,उसका फ़्लैट नंबर क्या है , वो मेरी फ्रेंड है , उसको सरप्राईज देना है, "!! वॉच मैन उसे देखता है और कहता है " मैडम वह तो नंदिता मैडम थी ,"! सुमन कहती है " हम उसे सरिता ही बोलते हैं , उसका फ़्लैट नंबर क्या है, "?
वह कहता है फ्लैट नंबर 304 है ,सुमन उसे धन्यवाद कह कर जाती है, मिताली तो उसके इस डेयरिंग को पहले से ही जानती थी, उसके इन्ही हरकतों से तो लड़के उस से दूर भागते हैं, एक बार एक लड़का उसको छेड़ते हुए कहा था कि मेरे से शादी कर लो लाइफ सेट हो जायेगी, तो सुमन सीधे उसके घर पहुंच गई और उसके मां बाप के सामने कहने लगी कि आपका बेटा मुझसे शादी करके अपनी लाइफ सेट करना चाहता है , तो बताएं बारात आप लोग लेकर आएंगे या मैं लेकर आऊं , उस लड़के की घर में खूब ठुकाई हुई और वह भी सुमन के सामने , ऐसी कई घटनाएं हुई थी इसीलिए सब उस से दूर रहते थे, सिर्फ मिताली उसकी अकेली फ्रेंड थी , जो उसको समझती है ,।