भाग 14
अर्पित सुमन के घर के सामने ऑटो रोकता है , वह उतरकर उसके घर की तरफ बढ़ता है , और उसका डोर बेल बजाता है , दरवाजा खुलता है तो सामने उसकी मां पुष्पा दिखती है तो वह नमस्कार करता है और पूछता है कि सुमन जी हैं , पुष्पा उसका नाम पूछती है फिर सुमन को आवाज़ देती है ,"सुमन देख कोई अर्पित आया है, ( अर्पित से ) अंदर आ जाओ , "!! अर्पित अंदर आता है , वह घर देखता है तो खुश होता है , घर एकदम साफ सुथरा और करीने से सजाया हुआ था , पुष्पा पानी लेकर आती है ,उसे घर देखते देख कहती है ," ये सब सुमन का कमाल है वह घर को खूब सजा कर रखती है, अरे अभी तक आई नही , "!! वह जोर से चिल्लाती है सुमन नीचे आओ ,सुमन हड़बड़ा कर आती है और पूछती है " क्या हुआ मम्मी चिल्ला क्यों रही हो, "!! तभी अर्पित को देख वह चौक उठती हैं वह अपलक उसको देखने लगती हैं ,उसे तो विश्वास ही नहीं हो रहा था कि अर्पित उसके घर में उसके सामने बैठा है , अर्पित खड़ा होकर कहता है ," हाय सुमन , वो आप से कुछ काम था , "!! सुमन उसको देखती ही रह जाती है , उसकी मां कहती हैं ," अरे बावली , वो तुझे ही कुछ कह रहा है तु कहां खो गई "( अर्पित से ) ये ऐसी ही बावली है , "!! सुमन कहती है ," आप और यहां , आप का घर तो सामने है ,गलती से यहां आगे क्या , "!! अर्पित कहता है " गलती से नही सुमन जी जान बूझकर आया हूं , मुझे आप से कुछ काम है, "!! सुमन कहती है ," पहले तो ये आप आप कहना बंद करो , और मुझसे क्या काम है, पहले ये बताओ कॉफी चलेगी फिर काम की बात ओके , "!! अर्पित हां में सिर हिलाया है ,वह जल्दी से नंदिनी वाला मैटर क्लियर करना चाहता है , वरना एक बार वह चली गई तो मामला हाथ से निकल जायेगा, पुष्पा कॉफी लाकर रखती है, इसी बीच सुमन उस से रिक्वेस्ट कर साथ में कॉफी पीते हुए , एक सेल्फी ले लेती हैं और उसे अपने आईडी पर लगा भी लेती है ,अंदर ही अंदर वह बहुत खुश थी आखिर जैसे भी हो अर्पित उसके पास आया तो , उसी समय मित्तली का सरप्राइज्ड मैसेज आता है वह उसकी प्रोफाइल देख ली थीं , कॉफी पीने के बाद अर्पित कहता है " मुझे कुछ पर्सनल हेलो चाहिए थी इट्स अर्जेन्ट , "!! सुमन मन में कहती है ,तुम मेरी जान मांग कर तो देखो, "! ऊपर से कहती हैं ," बोलिए न क्या काम है , आई एम विथ यू, "!! अर्पित उसको धीरे धीरे नंदिता वाला मैटर डिस्कस करता है , सुमन तो मन ही मन खुश होती है ,उसका तीर निशाने पर जो लगा था ,यह सब उसी का तो किया धरा था , वह कहती है डोंट वरी मैं अभी जाकर फूफा जी से बोलती हुं ,पर फूफा जी आउट ऑफ द वे जाकर कुछ नही करते ,वो बहुत ही प्रैक्टिकल और डिसिप्लिन वाले हैं "!! अर्पित कहता है कि वह उनके बारे में जानता है मामा ने पहले ही बता दिया था , वह कहता है की अगर वह चाहे तो उसे साथ ले जाकर उनके घर छोड़ आएगा , सुमन खुश होती इसी बहाने इसका साथ भी हो जायेगा और बुआ जी को दिखा भी दूंगी इस स्मार्टी को, वह कहती है " बस 5 मिनट दो मैं तैयार होकर आती हूं, "!!
दोनो ही स्कूटी पर बुआ के घर जा रहे है, स्कूटी अर्पित ड्राइव कर रहा था , उसने उसके पीछे बैठने से अच्छा ऑटो में जाने को कह रहा था, पर सुमन तो उसका साथ चाहती थी तो उसने उसे चलाने को कहा और खुद पीछे बैठ कर चुपके से लाइव वीडियो बना रही थी fb पर लाइव प्रसारण कर रही थी, आज तो जैसे उसने जाग हो जीत लिया था, वह थोड़ी ही देर में, बुआ के घर पहुंच गए थे और स्कूटी पार्किंग में खड़ी कर घर में जाते हैं सभी सुमन को पहचानते थे इसलिए कोई रोक टोक नही हुई, और वह हाल में पहुंच कर कहती हैं ," तुम बैठो मैं बुआ जी को लेकर आती हूं , "!! अर्पित हाल में बैठता है , सुमन बुआ के पास जाती है वह उसे देख बहुत खुश होती हैं , सुमन बुआ से अर्पित के बारे में सब कुछ बताती है ,तो बुआ कहती है कि जब वह किसी को चाहता है तो तु क्यों उसके पीछे पड़ी है ,तुझे तो एक से बढ़कर एक सुंदर लड़के मिल जायेंगे ,हैं ढूढेंगे अपनी बेटी के लिए लड़का , सुमन कहती है ," उसका दिल तो इसी पी आया है , इसके आलावा कोई और नहीं ,"!! बुआ उसके साथ बाहर आती है अर्पित उनके पैर छूता है ,बुआ उसे आशीर्वाद देती हैं ,लड़के को देख वह भी इंप्रेस होती है , वह उस से पूछती है , " क्या काम है बेटा ,"??
आगे कि कहानी अगले भाग में पढ़िए ""!!!