देश के रसूख़दार लोगों की सिक्योरिटी में मौजूद सुरक्षाकर्मी, चौकन्ना रहने के अलावा नीट एंड क्लीन भी नज़र आते हैं. कोई नेता भाषण दे रहा हो या कोई अभिनेता फ़िल्म प्रमोशन के लिए पब्लिक से मुखातिब हो, सनग्लासेस पहने ये सुरक्षाकर्मी अक्सर अपने काम को शिद्दत से निभाते दिखाए दे जाते हैं.
लेकिन क्या आपको मालूम है कि सिक्योरिटी के लिए तैनात ये लोग सनग्लासेस महज़ स्टाइल और टशन के लिए नहीं, बल्कि कई ज़रूरी कामों के लिए लगाते हैं.
1. अनचाहे हमलों से सुरक्षा प्रदान करते हैं.
सनग्लासेस की मदद से बॉडीगार्ड दूर-दूर तक मैदान के चारों तरफ़ देख सकते हैं, भले ही मौसम धुंधला या धूल से भरा क्यों न हो.
2. हमलावार को भ्रम में डालने के आते हैं काम
सिक्योरिटी गार्ड्स को हर समय चौकन्ना रहना पड़ता है. इन ग्लासेस की मदद से वे हमलावरों को भ्रम में डाल कर उन पर नज़र रख सकते हैं. इनकी मदद से संदेहास्पद गतिविधियों पर भी बेहतर तरीके से नज़र रखी जा सकती है.
3. विस्फोट के दौरान करते हैं सुरक्षा
छोटी तीव्रता वाले विस्फ़ोट होने की स्थिति में इन्हें पहन कर आंखों को बचाया जा सकता है. इन ग्लासेस को कुछ इस तरह से डिज़ाइन किया गया है कि गार्ड ब्लास्ट्स या हमला होने की स्थिति में भी चीज़ों को देखने में सक्षम रहे.
4. मनोवै ज्ञान िक कारण भी है
जब कभी कोई बम विस्फ़ोट होता है तो इंसान की सबसे सहज प्रतिक्रिया होती है कि वह आंखें बंद कर लेता है. चूंकि इन सनग्लासेस में प्रोटेक्शन लेयर होती है, ऐसे में किसी विस्फ़ोट के दौरान सुरक्षाकर्मी इन ग्लासेस के सहारे आंखें खुली रख सकते हैं.
5. इमोशंस को छिपाने में भी हैं कारगर
शॉक की स्थिति में भी ये ग्लास सुरक्षाकर्मियों के इमोशंस को छिपाने में काम आते हैं. हमला होने की स्थिति में भी इनका इस्तेमाल किया जा सकता है. दुश्मन को भ्रम में डाल कर उस पर काउंटर अटैक किया जा सकता है.
6. सूरज की तीखी किरणों से बचा कर फ़ोकस बढ़ाने में करते हैं मदद
डार्क सनग्लासेस सुरक्षाकर्मियों को सूरज की तीखी किरणों से बचाता है. इसके अलावा ये आंखों को ब्लैक टोन प्रदान करते हैं. इनकी मदद से बॉडीगार्ड्स, तीखी सूरज की किरणों के बावजूद आंखों को कम झपकाते हैं और इससे उन्हें फ़ोकस करने में मदद मिलती है.