चेन्नई ने मंगलवार को वानखेड़े स्टेडियम में खेल े गए पहले क्वालीफायर में रोमांचक मुकाबले में हैदराबाद को दो विकेट से मात देकर इंडियन प्रीमियर लीग के फाइनल में जगह बना ली है. चेन्नई के गेंदबाजों ने हैदराबाद को 20 ओवरों में सात विकेट के नुकसान पर 139 रनों पर सीमित कर दिया था और फिर फाफु डु प्लेसिस की संघर्षपूर्ण पारी के दम पर पांच गेंद शेष रहते हुए आठ विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया. चेन्नई सातवीं बार आईपीएल के फाइनल में पहुंचा है. उसने इससे पहले 2010 और 2011 में खिताब जीता था. हैदराबाद को दूसरी बार फाइनल में जगह बनाने के लिए दूसरे क्वालीफायर्स में कोलकाता और राजस्थान के बीच कल होने वाले एलिमिनेटर के विजेता से भिड़ना होगा.
चेन्नई के लिए फाफ डु प्लेसिस ने 42 गेंदों में पांच चौके और चार छक्कों की मदद से नाबाद 67 रनों की पारी खेली. उनके अलावा सुरेश रैना ने 22 रन बनाए. हैदराबाद के लिए राशिद खान ने दो विकेट लिए. चेन्नई के गेंदबाज शुरुआत से ही हावी रहे और लगातार अंतराल पर विकेट लेने के साथ ही रनों पर अंकुश लगाने में भी कामयाब रहे.
मुश्किल परिस्थितियों में डुप्लेसिस ने खेली शानदार पारी
फाफ डुप्लेसिस ने मुश्किल परिस्थितियों में अपने कौशल का शानदार नमूना पेश किया. उन्होंने नाबाद अर्धशतकीय पारी खेली जिससे चेन्नई ने हार के कगार से वापसी करके हैदराबाद पर दो विकेट की जीत से फाइनल में जगह बनाई. वानखेड़े की पिच बल्लेबाजी के लिये आसान नहीं थी. गेंद रुककर बल्ले पर आ रही थी जिससे शॉट लगाना आसान नहीं था. ऐसे में एक समय चेन्नई के लिये 140 रन का लक्ष्य भी पहाड़ जैसा बन गया लेकिन सलामी बल्लेबाज डुप्लेसिस (42 गेंदों पर नाबाद 67 रन) ने आखिर तक एक छोर संभाले रखा जिससे उनकी टीम 19.1 ओवर में आठ विकेट खोकर लक्ष्य तक पहुंचने में सफल रही.
62 रन पर चेन्नई ने गंवा दिए थे छह विकेट
चेन्नई का शीर्ष क्रम लड़खड़ा गया और एक समय उसका स्कोर छह विकेट पर 62 रन था. यहां तक आखिरी 18 गेंदों पर उसे 43 रन बनाने थे लेकिन डुप्लेसिस ने शार्दुल ठाकुर (पांच गेंदों पर नाबाद 15) के साथ मिलकर केवल 13 गेंदों में जरूरी रन बना दिए. डुप्लेसिस ने अपनी पारी में पांच चौके और चार छक्के लगाए. हैदराबाद के लिये राशिन खान ने 11 रन देकर दो विकेट लिए.
हैदराबाद के लिए कार्लोस ब्रैथवेट सर्वोच्च स्कोरर रहे
हैदराबाद के लिए कार्लोस ब्रैथवेट सर्वोच्च स्कोरर रहे. उन्होंने 29 गेंदों में तीन छक्के और एक चौके की मदद से नाबाद 43 रनों की पारी खेली. उन्होंने आखिरी ओवर में 20 रन बनाए जिसमें दो छक्के और एक चौका शामिल है. उनके अलावा कप्तान केन विलियमसन और यूसुफ पठान ने 24-24 रनों की पारी खेली. चेन्नई के लिए ड्वायन ब्रावो ने दो विकेट लिए. दीपक चहर, लुंगी नगिदी, शार्दूल ठाकुर और रवींद्र जडेजा ने एक-एक विकेट लिए.
दोनों टीमों की शुरुआत बेहद खराब रही
दोनों टीमों की शुरुआत बेहद खराब रही. हैदराबाद ने अगर पहले पांच ओवर में तीन विकेट गंवाए तो चेन्नई के चोटी के तीन बल्लेबाज पहले चार ओवर में पवेलियन पहुंच गए थे. शेन वॉटसन (शून्य) को भुवनेश्वर कुमार ने पहले ओवर में विकेट के पीछे कैच कराया जबकि सिद्धार्थ कौल ने चौथे ओवर में सुरेश रैना (13 गेंद पर 22) और अंबाती रायुडु की लगातार गेंदों पर गिल्लियां बिखेरी. पावरप्ले के बाद चेन्नई का स्कोर तीन विकेट पर 33 रन था. महेंद्र सिंह धोनी (18 गेंद पर नौ रन) को आईपीएल में केवल तीसरी बार पहले चार ओवरों के अंदर क्रीज पर उतरना पड़ा लेकिन राशिद ने आठवें ओवर में गेंद थामते ही उसे उनके बल्ले और पैड के बीच से निकालकर विकेटों में समा दिया.
हैदराबाद को हराकर चेन्नई आईपीएल के फाइनल में, डुप्लेसिस ने खेली करिश्माई पारी |