क्रिकेट में टी-20 फॉर्मेट आने के बाद खिलाड़ियों में जबरदस्त लचीलापन देखने को मिला। एक जमाना था जब खिलाड़ी मैदान में फिल्डिंग के दौरान सिर्फ औपचारिक गतिविधियां किया करते थे। मसलन गेंद के साथ रेस लगाते थे, उसको पकड़ने में खास दिलचस्पी नहीं रहा करती थी। बल्लेबाजों का भी भरोसा छक्कों और चौकों पर ज्यादा रहता था, पिच पर दौड़ भाग करने को बहुत सीरियसली नहीं लेते थे।
लेकिन टी-20 ने खेल के पूरे फॉर्मेट को बदल दिया है। अब विराट और पांड्या जैसी फिटनेस वाले लोग क्रिकेट खेलते हैं जो गेंद पर उस तरह झपट्टा मार लेते हैं जैसे शेर अपने शिकार पर मारता है। खिलाड़ियों के शरीर में लचीलापन ऐसा हो गया है कि वो उछलकर उड़ती हुई चिड़िया के मुंह से खाना छीन लें, फिर गेंद क्या चीज है।
जिस क्रिस गेल को आईपीएल में फ्रेंचाइजी खरीदने से कतरा रहे थे वही गेल हर महीने उन फ्रेंचाइजर्स को अपनी गलती पर सोचने का मौका दे रहे हैं। बल्ले से उछलकूद मचाने वाले क्रिस गेल अब फिल्डिंग से ऐसा कैच पकड़ा कि अंपायर भी आंखें मसल कर पूछने लगा, जो देखा वो सही है क्या ?
वेनकूवर नाइट्स और वेस्टइंडीज बी के बीच मैच खेला जा रहा था। केवम हॉज बल्लेबाजी कर रहे थे, गेंदबाजी के छोर पर फवाद अहमद अपनी पोजीशन लेते है। स्लीप में खड़े थे क्रिस गेल। अहमद की फिरकी घूमते हुए हॉज के पास पहुंचती है, गेंद... बल्ले का किनारा लेते हुए सीधे स्लीप की तरफ चल देती है। क्रिस गेल गेंद लपकने की कोशिश करते हैं लेकिन बॉल एकाएक छूट जाती है और मैदान पर सन्नाटा पसर जाता है।
तभी सेकंड के 10वें हिस्से में गेल गिरती हुई गेंद के नीचे अपना दूसरा हाथ लगा देते हैं। कैच इतना चमत्कारिक था कि देखने वाले को अपनी आंखों पर भरोसा नहीं हो रहा था, अगर आप नहीं समझ पाए तो एक बार वीडियो देखें।
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