हायर सेकंडरी बोर्ड परीक्षा में अशोकनगर जिले के मुंगावली की एक बेटी ने चिमनी की राेशनी में पढ़ाई कर 91% मार्क हासिल किए, लेकिन अब उसकी प्रतिभा और अधिक नहीं निखर पाएगी। इसका कारण उसके परिवार की आर्थिक तंगी है। छात्रा को बीच में ही अपनी पढ़ाई छोड़नी पड़ रही है।
पिता की हो गई मौत और मां करती है मजदूरी
– तहसील मुख्यालय से तीन किमी दूर ग्राम ढुडेर में रहने वाली राखी ने हाल ही में घोषित हुए हायर सेकंडरी परीक्षा परिणाम में 500 में से 455 मार्क हासिल किए।
– घर पर बिजली कनेक्शन न होने के कारण परीक्षा की तैयारी उसने चिमनी की रोशनी में की।
– राखी के पिता मुन्नीलाल की मौत पांच साल पहले हो गई थी, जिसके बाद उसकी मां सुनीता ने अपने तीन बच्चों को मेहनत मजदूरी कर पाला।
– राखी की मां ने आर्थिक तंगी के चलते अपने बेटे रवि (15) को उसके मामा के घर भेज दिया। दो साल तक राखी ने छात्रावास में रहकर पढ़ाई की।
– राखी का कहना है कि उसका सपना पुलिस अफसर बनने का था। 9 जून को मुख्यमंत्री उसे मेधावी छात्रा होने के कारण लैपटॉप देंगे।
– उसका कहना है कि मां मेहनत मजदूरी करके परिवार का भरण-पोषण करती है लेकिन अब आगे की पढ़ाई के लिए वे सक्षम नहीं है।
– तहसीलदार नीना गौर का कहना है कि मकान सहायता राशि का मामला पहले आया था। उसे दिखवाकर सहायता दिलाएंगे। किसी भी प्रतिभा को दबने नहीं देंगे।
Source: dainik bhaskar