बिहार में महिलाओं के साथ बलात्कार, छेडछाड़, अपहरण, दहेज के लिए हत्या एवं प्रताड़ना के मामलें तेजी से बढ़ा है। बिहार में इस बढ़ते हुए महिला अपराध कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं। ताज़ा मामले की बात करें तो बिहार के रोहतास जिले के तिलौथु थाना क्षेत्र में मानवता को शर्मसार करने वाली घटना हुई। बुजुर्ग महिला पर डायन होने का आरोप लगा कर उसकी जीभ काट दी गई।
बिहार के रोहतास जिले के रेडिया गाँव में रविवार को गांव के कई लोगों ने महादलित समुदाय की 70 वर्षीय बुजुर्ग महिला पर डायन होने का आरोप लगाया जिसके बाद कुछ अपराधियों ने चाकू से उसकी जीभ काट दी और सिर पर लोहे के रॉड से प्रहार किया। घटना के बाद स्थानीय ग्रामीणों ने बिहार के सासाराम सदर अस्पताल में लाया जिसके बाद बुज़ुर्ग महिला की हालत गंभीर बनी है।
रेडिया गांव निवासी 70 वर्षीय विधवा बुजुर्ग महिला अपने एक पोते व दो पोतियों के साथ सोई हुई थी। पोती 16 वर्षीय संतरा ने बताया कि कुछ लोग शनिवार देर रात को जबरदस्ती घर में घुस गए और उसकी दादी पर ताबतोड़ चाक़ू से कई वार किये उनकी जीभ काट दी। वही गाँव वाले भी इस में शामिल है क्यूंकि दादी पर जादू-टोना करने का आरोप लगाया है।
इस मामले में बुज़ुर्ग महिला की प्रारम्भिक इलाज़ करने वाले डॉ डी. एन. प्रसाद ने बताया कि महिला की स्तिथि बहुत गंभीर बनी होने के बाद उसको रेफर कर दिया गया। वही थानाध्यक्ष प्रमोद कुमार ने बताया कि महिला बयान देने की स्तिथि में नहीं है। परिजन से जानकारी लेने के बाद प्राथमिकता दर्ज़ की जा चुकी है।
हालांकि बिहार के रोहतास जिले में ऐसी कोई पहली घटना नहीं जब किसी दलित महिला को डायन करार दे उसके मौत के घाट न उतरे गए हो। इससे पहले सितम्बर 2018 में बिहार के रोहतास जिले के डेहरी में महा दलित महिला की पडोसी द्वारा डायन बता कर लोहे के रॉड से हत्या कर दी गई थी। जिसके बाद महिला के पति ऐसे स्तिथि देख कर हार्डअटेक द्वारा मृत्यु हो गई थी।
इतना ही नहीं 20 अगस्त को भोजपुर जिले के बिहिया थाना क्षेत्र में एक युवक की हत्या के संदेह में एक महिला को कथित तौर पर निर्वस्त्र कर घुमाया गया। उस महिला पर भी स्थानीय लोगों द्वारा डायन होने का आरोप लगाया गया।
बिहार में महिलाओं पर बढ़ते आपराधिक आकड़ों की बात करें तो पिछले दो महीने में इस में एक प्रतिशत की भी कमी नहीं आई है। महिला उत्पीड़न को लेकर जुलाई, अगस्त, सितम्बर में पुरे बिहार में 1832 मामले दर्ज़ किये गए, वही SC-ST उत्पीड़न के 990 मामले दर्ज़ किये गए।
इस मामले में राज्य के पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक वर्ष 2017 के दौरान प्रदेश में महिला अपराध से जुडे़ कुल 15,784 मामले दर्ज़ की जब की वर्ष 2018 के जून तक बिहार में महिला अपराध के कुल 7683 मामले दर्ज़ हुए।
इस मामले में बिहार के अपर पुलिस महानिर्देशक संजीव कुमार ने जानकारी साझा करते हुए बताया कि पुलिस द्वारा विधि-व्यवस्था कायम रखने के कारण अपराध के ग्राफ लगातार गिर रहे है। हालांकि उन्होंने ये बात स्वीकार किया कि कुछ घटनाओं के कारण बिहार में पुलिस की छवि नकारात्मक बनी हुई है।