मन में उमड़ती हुई भावनाओं के समंदर का एक द्वीप
यह पुस्तक भविष्य के रुझानों पर एक नज़र डालती है, जिसमें मनोरंजन, राजनीति, प्रौद्योगिकी, और अधिक शामिल हैं। यह उन चीजों को देखता है जो आने वाले वर्षों में हमारे जीवन को बदल देंगी, और हमें उन परिवर्तनों के लिए तैयार रहने में मदद करेगी। पुस्तक में
इस किताब में दैनिक विषयों पर मानवीय आदर्शों को जीवन में प्रेरणा देने वाली दैनिक रचनाएं रचित की जा रही है।
यह कहानी एक बेहद खूबसूरत लड़की नैना अग्रवाल की है। जो खूबसूरत होने के साथ-साथ काफी टैलेंटेड भी थी। महज 24 साल की उम्र में ही एक बड़ी कंपनी में मैनेजर के पद पर कार्यरत थी, नैना अपने पति शिवांश और बेटे आरव के साथ दिल्ली के पॉश एरिया मैं बने फ्ल
कसक तेरे प्यार की एक प्रेम कहानी है।जो प्रेमी जोड़े के एक साथ रहते हुए भी कदम कदम पर प्यार की कसक से तड़पते रहते हैं। उनकी कसक का क्या अंजाम होता है जानने के लिए पढ़ें कहानी कसक तेरे प्यार की।
अपने कालेज के दिनों में मैं अपनी सनक, हालात और घटनाओं का शिकार होकर एक चक्रव्यूह में फंस गया था जिससे निकालना उस समय असंभव सा लगता था। पर परिस्थितियों की समीक्षा और विश्लेषण करके, दृढ़ताऔर आत्मविश्वास के सहारे छोटे-छोटे कदम बढ़ कर मैं ऐसी स्थिति से उबर
देश सेवकों के संस्कार कई भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों के जीवन और कार्य के बारे में निबंधों का एक संग्रह है। निबंध स्वतंत्रता सेनानियों के साथ प्रभाकर की व्यक्तिगत बातचीत और उनके जीवन और कार्य पर उनके शोध पर आधारित हैं। देश सेवकों के संस्कार में निब
ये एक ऐसी लड़की की कहानी है, जो सीधी और भोली होने के साथ -साथ बहादुर भी है । ज़िंदगी में उसे प्यार में धोखे भी मिले, ज़िंदगी के उतार चढ़ाव को पार करते हुए उसकी ज़िंदगी कहाँ से कहाँ पहुँच गयी? तब भी अपने लोगों और दोस्तों के साथ खड़ी रहती है । अपने जीव
जी हां मित्रों आज यह बहुत बड़ा सवाल है कि आखिर हमारी प्रार्थना अनसुनी क्यों है जबकि परमेश्वर ने हमें चुना है हमने विश्वास किया है प्रभु को ग्रहण किया है और प्रभु से उसके बदले बहुत से दान वरदानों को प्राप्त भी किया है जैसा की वचन में लिखा है! (लूका
शब्द mic एक साप्ताहिक कार्यक्रम है, जो आपको आपकी स्वरचित रचनाओ को सबसे समझ प्रस्तुत करने का एक मौका प्रदान करता है। यह कार्यक्रम हर शनिवार को शाम 06:00 बजे से शुरू होता है। कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आप हमारे हेल्प लाइन नंबर +91 92894 74411 पर कॉ
‘पद्यमभूषण’ से सम्मानित लेखक विष्णु प्रभाकर का यह कहानी-संकलन हिन्दी साहित्य में मील का पत्थर साबित हुआ है। इसमें लेखक ने जिन चुनिंदा सोलह कहानियों को लिया है उनकी दिलचस्प बात यह है कि अपनी हर कहानी से पहले उन्होंने उस घटना का भी उल्लेख किया है जिसने
बेटियां क्यों पराई हो जाती है । क्यों वो हक से अपने अपने मायके नही आ पाती ।उसके दो घर होने के बाद भी कोई घर नहीं होता। मां कहती हैं पराई है और सास कहती हैं पराये घर से आई है बड़ी गजब रचना हूं मैं तेरी भगवान। बेटी बन कर भी पराई
"तूं चाही,मैं रीता"यह मेरी सातवीं तथा शब्द इन पर प्रकाशित होने वाली। छठवीं काव्य संग्रह है।जब तक यह लिखी जा रही है तब तक के लिये पाठकों के लिए नि:शुल्क शब्द इन पर उपलब्ध रहेगी लेकिन पूर्ण हो जाने के बाद यह सशुल्क उपलब्ध हो सकेगी। आनलाइन लेखन मैंने सब
वैद्यनाथ मिश्र नागार्जुन की प्रतिनिधि कविताएँ का संकलन।
इस सेक्शन मे हम आपको शब्द.इन वेबसाइट के सभी ऑप्शंस को कैसे प्रयोग में लाना है
मेरी पुस्तक का नाम बशीरा है। मैने अपनी इस पुस्तक में बशीरा नाम के एक व्यक्ति के बारे में लिखा है। बशीरे के जरिए मैंने यह समझाने की कोशिश की है,कि जो लोग खुद को बदकिस्मत समझते हैं ,और भगवान को कोसते हैं कि हमें हीं भगवान ने इतने दुख दिए । उनको यह समझ
अगर आपने लामा फेरा सीख लिया है तो यह किताब आपको कई तरीके सिखा सकती है जो मुझे अभ्यास के दौरान मिलते हैं। इस पुस्तक का उद्देश्य अधिक अभ्यास फैलाना है। इस पुस्तक में एडवांस टेकनीक मिलेंगे जैसे बंद मोक्ष क्रिया ,एनर्जी वास्तु इत्यादि लेकिन अगर आपने ला
सागरिका ,उस दिन अपने होने वाले पति से पहली बार मिलने ,के,लिए जा रही थी।शायद वो थोड़ी लेट हो चुकी थी। सुबह का समय था। बारिसो का सीजन चल रहा था। कुल मिलाकर उस दिन मौसम सुहाना सा था।सागरिका जब घर से निकली ही थी,की , हलकी हवाएं और बारिसो की बुंदे भी अप