जीवन में अच्छे बुरे लोग मिलते रहते हैं । अच्छा बुरा टाइम आता रहता है । जिस तरह रात के बाद दिन होता है... यानी काली रात के बाद उजला सवेरा ।
इसी तरह अगर किसी अच्छी चीज़ या काम के साथ कुछ बुरा जुड़ा होता है... तो उसे भी अच्छे की तरह ही स्वीकार करो... क्योंकि संपूर्ण दोषरहित कुछ नही होता
जैसे गुलाब के साथ कांटे भी होते हैं... गुलाब कितनी खुशबू देता है... लेकिन कई बार उसके कांटे चुभ जाते है.. तो क्या हम गुलाब को छोड़ देंगे । उसकी अच्छाई खत्म हो जाएगी । नहीं.... उसकी अच्छाई उसके साथ है... चुभने वाले कांटे जीवन का सबक है ।