🇮🇳*आन बान और शान तिरंगा*🇮🇳 मेरे मन का मान तिरंगामेरी साँसों का आयाम तिरंगामेरे सरगम की तान तिरंगाऔर मेरा है गुमान तिरंगा।लहर लहर लहराए तिरंगासबके मन को भाए तिरंगाहम सब हैं फहराएं तिरंगासबके द
तिरंगा शान है अपनी ,फ़लक पर आज फहराए , फतह की ये है निशानी ,फ़लक पर आज फहराए . ............................................... रहे महफूज़ अपना देश ,साये में सदा इसके , मुस्तकिल पाए बुलंदी फ़लक
घर घर है तिरंगा अभियान।झंडा रहे भारत की शान।।आजाद है तो अमृत काल।पूर्ण हो रहा पचत्तर साल।।हर कोई झंडा फहराना।मिलकर भाईचारा जाना।।हम इस भारत के है वासी।चहुं दिशाओं रहते वासी।।अनेकता में एकता जाना।सर्व
*हिंदी दोहा बिषय- तिरंगा**1*जहाँ तिरंगा देखता , जुड़ते #राना हाथ |जन गण मन के गीत पर , उन्नत रखता माथ ||*2*नौ अगस्त व्यालीस को , #राना था आव्हान |गोरो
तिरंगाडॉशोभा भारद्वाज 15 अगस्त 1947 पहला स्वाधीनता दिवस ,लाल किले से देशके पहले प्रधान मंत्री श्री जवाहरलालनेहरू ने तिरंगा फहराया था, लहराता हुआ झंडा शान बान के साथ आजादी का संदेश दे रहा था. आजाद भारत केनागरिक घरों से निकल कर लाल किले के मैदान में इकठ्ठे हो कर आजादी का जश्न मना रहेथे ‘अपने’ राष्ट्र
आपने अटल बिहारी वाजपेयी, श्रीदेवी, जयललिता, करुणानिधि और शहीद हुए हमारे वीर जवानों के शव तिरंगे में जरूर लिपटे देखे होंगे लेकिन क्या आपको मालूम है जिस तिरंगे में देश के सपूतों को लपेटा जाता है उस तिरंगे का क्या किया जाता है।फ्लैग कोड ऑफ इंडिया 2002 के अनुसार पदम् भूषण, पद
वज़्न- १२२२ १२२२ १२२२ १२२२ काफ़िया-आन रदीफ़- का आरा"गज़ल"उड़ा अपना तिरंगा है लगा आसमान का तारातिरंगा शान है जिसकी वो हिंदुस्तान का प्याराकहीं भी हो किसी भी हाल में फहरा दिया झंडाजुड़ी है डोर वीरों से चलन इंसान का न्यारा।।किला है लाल वीरों का जहाँ रौनक सिपाही कीगरजता शेर के मान
राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे की कहानी (विजयी विश्व तिरंगा प्यारा ) डॉ शोभा भारद्वाज 15 अगस्त 1947 पहला स्वाधीनता दिवस ,लाल किले से देश के पहले प्रधान मंत्री श्री जवाहरलाल नेहरू ने तिरंगा फहराया था, लहराता हुआ झंडा शान बान के साथ आजादी का संदेश दे रहा था| आजाद भारत के नागरिक घरों से निकल कर लाल किले क
लोकतंत्र में अक्सर लोग इस भ्रम में रहते है कि, अपनी सरकार बेकार नहीं है और हाँ, इस बात को भली प्रकार से समझ भी लेना ... यहाँ पर बेकार का मतलब मलबे का ढेर (आलतू-फालतू सामान) नहीं बल्कि बेरोजगार लोगो से है या दूसरे अर्थ में कहें तो फालतू बैठे लोगो से है इसलिए इन लोगो को भ्रम होता है कि, बेचारी सरकार क
तिरंगे के आड़ में तिरंगे के आगे सर उठाते होऔर भ्र्ष्टाचार में गिर जाते हो जन - गण का गान भी गाते हो और मिथ्या लबों पे लाते हो वीर - शहीदों पर श्रद्धा - सुमन लुटाते हो और दिल में कुस्वार्थ बसाते होलोकतंत्र में सेवा दिखाते हो और जनता से कर चुकवाते हो पर एक तिरंगा और राष्
सभी देश वासियों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं ...लक्ष्य पर दृष्टि अटल अंतस हठीला चाहिएशेष हो साहस सतत यह पथ लचीला चाहिएहों भला अवरोध चाहे राह में बाधाएं होंआत्मा एकाग्र चिंतन तन गठीला चाहिएमुक्त पंछी, मुक्त मन, हों मुक्त आशाएं सभीमुक्त हो धरती पवन आकाश नीला
सारे जग में हिन्द का डंका,बड़े सूरमा डोल गए, देखो तो जय हिन्द का नारा ओबामा तक बोल गए, अम्बर में लहराए तिरंगा,धरती पर पग ध्वनियाँ थीं, राष्ट्रगीत की सुर लहरी थी,दंग देखती दुनिया थी, जिस पल सब दे रहे सलामी,द्रश्य अजीब दिखाए थे, महामहिम उप राष्ट्रपती ने पीछे हाथ छुपाये थे, कूल्हो से मस्तक तक केवल कुछ