🌿दिनांक :- 18/05/22🌿
🌺सुनो न! दैनन्दिनी,
कल टीवी पर थ्री इडियट मूवी आ रही थी 🖥। क्योंकि यह मेरी फेवरेट मूवी है इसलिए हम अपने आप को देखने से रोक ही नहीं पाए🙆🏻♀️। और पूरा काम धाम छोड़ कर बैठ गए मूवी देखने ।
सचमुच बहुत ही कमाल की मूवी है।☺️ कॉमेडी भी है और सीख भी है ।
बहुत ही बढ़िया
लेकिन बीच बीच में आने वाले विज्ञापन से पूरा मूड खराब हो जाता है🙁। सचमुच कभी कभी तो ऐसा लगता है कि पूरे विज्ञापन को मिलाकर ही पूरी मूवी बना दिया करें। बीच-बीच में मूवी का मजा किरकिरा ना हो।😒
विज्ञापन का जाल हर तरफ फैला हुआ है🕸। न्यूज़पेपर ,टीवी ,मोबाइल सभी में विज्ञापन की धूम मची है। उत्पादक सुंदर-सुंदर मॉडल से अपने प्रोडक्ट का प्रचार कराते हैं,और ग्राहक लुभावने विज्ञापन देखकर प्रोडक्ट खरीद लेता है। वैसे सही भी है किसी प्रोडक्ट तक पहुंचाने का बहुत ही अच्छा माध्यम है। बस प्रोडक्ट की खूबियां खामियों को सही तरीके से बताया जाए तो🙂।
ग्राहक को बेवकूफ नहीं बनाना चाहिए🤨। अगर ग्राहक बिज्ञापन देख कर प्रोडक्ट ले भी लेगा लेकिन उसकी कसौटी पर खरा नहीं उतरा तो दोबारा नहीं लेगा और ना ही दूसरों को कहेगा🤷♀️।
नेटवर्क मार्केटिंग से भी प्रोडक्ट का प्रचार होता है कंपनी डायरेक्ट प्रोडक्ट बनाकर चैन प्रोसेस से प्रोडक्ट ग्राहकों तक पहुंचाती है। इसमें कंपनी ग्राहकों लुहावने डिस्काउंट देती है।
और आजकल तो यूट्यूब पर प्रोडक्ट रिव्यू देख कर भी प्रोडक्ट के बारे में जानकारी मिल जाती है । यह प्रोडक्ट के विज्ञापन का एक बहुत ही अच्छा माध्यम है।😊
आज बस इतना ही,
कल मिलते हैं ......😊