दिनांक :- 05/05/22,
🌺 सुनो न! दैनन्दिनी,
कल शादी में गए थे। अब तुम कहोगी कि खूब शादियाँ अटेंड कर रही हो 😅
अरे! अभी शादियों का सीजन है । तो जा रहे हैं, वैसे भी दो साल से कोरोना की वजह से घर में दुबके बैठे थे । शादी हो भी रहीं थीं तो मेहमानों की संख्या निर्धारित थी। और सबसे बड़ी बात करोना का डर😧
इसी कारण कहीं भी नहीं निकल रहे थे। कल मैरिज गार्डन का बहुत ही सुंदर नजारा था। झिलमिलाती लाइटें ,नीचे हरी हरी घास । रंग बिरंगी ड्रेसेज में महिलाएं ज्वेलरी, मेकअप से सुसज्जित। 😍 और हो भी क्यों ना आखिर शादी समारोह में आए हैं। पुरुष भी बढ़िया सूट बूट में एकदम लल्लन टॉप😎
बच्चे भी बढ़िया अच्छे-अच्छे कपड़े पहने तैयार हुऐ इधर-उधर घूम रहे थे।
एक तरफ स्टेज लगी थी । दूल्हा-दुल्हन अभी आए नहीं थे । खाने के स्टॉल पर भीड़ लगी हुई थी तो हमने सोचा थोड़ा इंतजार कर लेते हैं और जाकर स्टेज के सामने व्यवस्थित कुर्सियों पर बैठ गए। सब अपने अपने ग्रुप में बातों में व्यस्त थे। हाय ,हेलो का सिलसिला चल रहा था ।
कुछ बच्चे डीजे की धुन पर थिरक रहे थे।🕺💃 बिल्कुल दुनिया से बेखबर🤷♂️
सचमुच बचपन ऐसा ही होता है।😌 यही वह पल होता है जब हम इस बात से बेखबर रहते हैं कि लोग क्या कहेंगे......
कौन देख रहा है? कौन नहीं 🙄
हम सही से डांस कर भी पा रहे हैं या नहीं।😐
इन सब की चिंताओं के परे ,अपनी मस्ती में डांस कर रहे थे बच्चे ।
और हम बड़े बस इसी फिक्र में रहते है कैसे चलना है ...😶
कितना हंसना है...😐
या सिर्फ मुस्कुराना है.... कहां ठहाका लगाना है वो भी कितना मुंह खोल कर ....😑
इस बात का भी ध्यान रखना पडता है।🙄
बार बार अपने कपड़ों को चेक करना, मेकअप का भी बराबर ध्यान रखना पड़ता है ।😵
सचमुच बचपन ही वह समय होता है जब दुनिया से बेखबर होकर,कौन क्या कहेंगे क्या नहीं, इसकी चिंता नहीं करते हैं । बहुत जल्दी ही अपने हम उम्र बच्चों के साथ खेलने लग जाते हैं। खुलकर हंसते हैं।
और अब तो बचपन भी सिमटता जा रहा है। पहले जहां बच्चे पांच छह साल तक के होने के बाद स्कूल जाते थे आजकल दो ढाई साल का होते ही प्ले स्कूल में भेजना शुरू कर देते हैं।🎒 शुरू हो जाता है उनको रोकने टोकने का सिलसिला।
ऐसा लगता है कि बचपन की उम्र को सीमित कर रहे हैं हम। और इधर बच्चे भी सात आठ साल के होते होते बड़ों जैसा बिहेव करने लगते हैं।
बच्चों को अपने बचपन को जी लेने दो। फिर बड़े होकर उन्हें अफसोस ना हो कि हमने तो अपना बचपन जिया ही नहीं।
आज बस इतना ही,
कल मिलते हैं .....😊