🌿दिनांक :- 24/05/22 🌿
🌺सुनो न! दैनंदिनी,
आज सुबह-सुबह मौसम बड़ा कूल कूल हो गया। कल रात को पानी बरस गया था। और कल दिन में तेज धूल भरी आंधी भी चली थी।🌦🌦 सुबह तो लग ही नहीं रहा था कि मई का महीना है। ठंडी ठंडी हवा चल रही थी। मैं तो छत पर चली गई और वहां टहलने लगी। वापस आने का मन ही नहीं हो रहा था। लेकिन काम भी तो करना था, तो आना पड़ा।
सचमुच गर्मी के प्रकोप से काफी राहत मिली। लेकिन राहत बस कुछ ही घंटे के लिए थी। क्योंकि जैसे-जैसे सूरज तपने लगा, गर्मी अपना रूप दिखाने लगी। और धीरे-धीरे मौसम के मिजाज बदलने लगे। लेकिन फिर भी हवा चल रही थी तो धूप में ज्यादा चुभन नहीं थी।
लेकिन कुछ दिन बाद तपिश बढ़ेगी और उसके साथ ही उमस भी।
ये उमस का मौसम तो गर्मियों से भी ज्यादा खराब लगता है। गर्मी में तो कूलर से राहत मिल जाती है, लेकिन उमस में तो कूलर भी फेल हो जाते हैं.....🥵
और हां उमस के कारण कई जीव जंतु अपने बिलों में भभका लगता है तो बाहर निकल आते हैं। और बाहर विचरण करने लगते हैं। यहां वहां घूमते नजर आते हैं और बारिश के मौसम में उनके बिलों में पानी भर जाता है, इस कारण बाहर निकल आते हैं।
ऐसे में सावधान रहना चाहिए।
घरों में ड्रेनेज या कोई भी निकासी में जाली लगा लेना चाहिए। यहां तक की खिड़की और वेन्टिनेशन में भी मच्छर वाली जाली लगा लेना चाहिए। उसके अलावा गेट पर भी नीचे गैप नहीं होना चाहिए। अगर है तो उसमें प्लास्टिक सीट लगा देना चाहिए।
आज बस इतना ही,
कल मिलते हैं........😊