सुप्रीम कोर्ट के दूसरे वरिष्ठ न्यायाधीश न्यायमूर्ति रंजन गोगोई 3 अक्टूबर को भारत के अगले मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ लेंगे |
मुख्य न्यायाधीश दीपक
मिश्रा जल्द ही
न्यायमूर्ति गोगोई के नाम
को उनके उत्तराधिकारी
के रूप में
समर्थन देंगे, सीजेआई के अपने
उत्तराधिकारी
का
नाम
सरकार
को
भेजने की परंपरा रही है|
सूत्रों
का
कहना
है
कि
न्यायमूर्ति
गोगोई
अगले
साल
17 नवंबर
तक
मुख्य
न्यायाधीश
होंगे।
कुछ दिनों पहले कानून मंत्रालय ने मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा से उनके उत्तराधिकारी का नाम बताने के लिए कहा था।
नियमों के अनुसार , सरकार सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस से उनके उत्तराधिकारी का नाम पूछती है|
न्यायमूर्ति रंजन गोगोई उन चार न्यायाधीशों में से एक थे, जिन्होंने जनवरी में मुख्य न्यायाधीश मिश्रा की एक अप्रत्याशित प्रेस कॉन्फ्रेंस में आलोचना की और चीफ जस्टिस पर नियमों की अनदेखी कर केस जजों या फिर खंडपीठ को सौंपने का आरोप लगाया | वर्तमान में न्यायमूर्ति रंजन गोगोई असम के एनआरसी मुद्दे सुन रहे हैं।
दीपक मिश्रा 2 अक्टूबर को सेवानिवृत्त हो जायेंगे और इससे कम से कम एक महीने पहले उन्हें अपने उत्तराधिकारी का नाम देना होगा |
न्यायमूर्ति रंजन गोगोई 12 फरवरी, 2011 को पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश बने थे और अप्रैल 2012 में सुप्रीम कोर्ट के जज बने | वो मुलायम बोली लेकिन कठिन न्यायाधीश के रूप में जाने जाते है।
गोगोई सर्वोच्च न्यायालय के 46 वां मुख्य न्यायाधीश होंगे । गोगोई पूर्व असम के मुख्यमंत्री केशब चंद्र गोगोई के पुत्र हैं।