नारी जीवन के सफर जहा उसके जीवन में उतार चढाव अच्छा बुरा घटित होता है मान अपमान प्यार दुलार के अलग अलग रंग को जीते हुए नारी का जीवन व्यतीत होता है
❣️❣️ प्रेम डगर ❣️❣️ ख्वाबों का एक अनजाना नगर आसान कहां है, मुश्किल बड़ा ये सफर कभी इन राहों में कलियां खिल जाए कभी बेवफाई की ठोकर मिल जाए कभी खूबसूरत से मोड़ है आते तो कभी दर्द की राह में मुड़ जाते रुसवाई के भी है फसाने चाहत के कुछ अफसाने कभी जुदाई औ
मेरे किताब का शीर्षक जितना छोटा है उसका अर्थ उतना ही अधिक सुदृढ़ और प्रवीण है "मेरा सपना" जो मेरी पहचान है जिसको समाज की बंदिशों ने, पिता के मान सम्मान ने और कहीं न कहीं लोगों की सोच ने दिल के एक कोने में छुपाने को मजबूर कर दिया था हां दोस्तो
प्यार के रंग सनम का रहे ख्याल जाने वो दिल का हाल शैल सा बने मुश्किल मे ढाल प्यार तेरा मेरा बेमिसाल
मैं नवीन लेखक "निर्मल गुप्ता" अपनी दो पुस्तकों के प्रकाशन, "निर्मल काब्य मधु-रस" व "निर्मल काब्य चेतना-अमृतांजलि" के पश्चात एक नवीन रचना"निर्मल काब्य अर्चित-पुष्पांजलि" का शुभारंभ मां शारदे के चरणों में, अपने शब्द रुपी पुष्पों की, पुष्पांजलि मां शार
मैं इस पुस्तक की लेखिका रश्मि गुप्ता, उम्र के हर स्वाद का रसपान कर चुकी हूँ और कहीं भी इसे मैंने नीरस नहीं पाया है। हर चीज यहां अपना एक विशेष स्थान रखती है। चाहे फूल ही या कांटा, दोनों की बराबर अहमियत है । लीक से हटकर अंधेरे, समस्या
कविता संग्रह
एक लड़की किसी एक इंसान के लिए, अपना पतिवार,अपने रिश्ते नाते छोड़कर छोड़ कर इस उम्मीद से आती है, कि उसका एक सच्चा साथी सुख-दुख बांटने वाला खुशियां देने वाला सहयोगी होगा। वह नए रिश्तो को अपनाकर सभी को खुशियां देने , घर को सजाने संवारने की कोशिश क
मैं जीवन के वास्तविक अनुभवों को, कलम रुपी लेखिनी के द्वारा शब्दों के मोतियों को अनुभव रुपी धागे में पिरोकर एक निर्मल माल्यार्पण पाठकों को करना चाहता हूं । सर्वप्रथम पाठकों को सम्मान प्रदान करते हुए , मैं उन्हें जीवन की वास्तविकताओं व गूढ़ रहस्यों से
शब्दों की लड़ी ....
अनुभव के मोती। इस पुस्तक में जीवन मूल्य का अहसास कराती कविता,गजल व मुशायरों का संग्रह है।कैसे हम उस रास्ते को भटक गए है जो रास्ता उस प्रकाश की ओर जाता है जो सदा प्रकाशमान है। जो सदा शाश्वत है।
यह पुस्तक मेरे द्वारा लिखित कविताओं का एक संग्रह है । इसकी हर एक कविता किसी न किसी सामाजिक सच्चाई से रुबरु कराती है इसीलिए इस पुस्तक का नाम है " सच के राही " मैंने अपनी कलम से कडवे सच को लिखने का साहस किया है और इसमें आप सबके यथासम्भव सहयोग की उम्मीद
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' की प्रेम से सराबोर समकालीन 62 हिन्दी ग़ज़लें एक बार जरूर पढ़े । झलकियां- पुस्तक से कुछ शेर - यूं ही देखते रहो प्यार हो जायेगा। नज़रों ही नज़रों में खेल हो जायेगा।। *** जब हंसी होंठो पे आई होगी। अदा वो दिल में समाई होगी।।
इस किताब में मनुष्य के दैनिक जीवन में होने वाले क्रियाकलापों और दिन प्रतिदिन की जिंदगी में घटित होने वाली घटनाओं से संबंधित लेख कहानियां और कविताएं प्रकाशित की जायेगी। जिसमें मनुष्य के जीवन , प्रकृति और संसार में घटित घटनाओं के विषय में जानकारी उपलब्
पद्यात्मक, कविता के माध्यम से अनमोल काव्य लेखन संग्रह
मसकरी बुंदेली (दोहा संकलन) बुंदेली के श्रेष्ठ समकालीन 20 दोहाकारों के 100 से अधिक बुंदेली भाषा में लिखे दोहे पढ़िएगा संपू - राजीव नामदेव 'राना लिधौरी', टीकमगढ़ मप्र भारत
मेरी किताब मेरे मन के विचारों पर केंद्रित है न इसमें अनावश्यक चीजों का समावेश है न किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले शब्दों की रचना मेरी किताब समाज को प्रेरित करने महिलाओं में जाग्रति पैदा करने और वृद्ध लोगों का सम्मान करने के साथ साथ समाज की कुरी
करन कुन्द्रा और तेजस्वी प्रकाश पर कुछ शेर ❤️
आधुनिक काल में जो विमर्श हाशिये पर थे, उन्हें उत्तर आधुनिकतावाद ने केन्द्र में स्थापित कर दिया है। चाहे दलित विमर्श हो या स्त्री-विमर्श, दोनों ने ही न केवल अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज करायी है
मैं संगीता कुलकर्णी, एक उभरती हुंवी कवियित्री, मेरी किताब कुछ दिल से लिखी प्यारी बातों के बारे में है, जो सीधा दिल तक पहुंचेगी! इसमें मैनें कुछ गजल, शेरो शायरी लिखी है, उम्मीद करती हुं, आपको ये किताब पसंद आएगी, इससे प्रेरणा लेकर में ओर बेहतर लिखने क