एक गांव के ग्रामीणों ने साम्प्रदायिक सोहार्द की एक ऐसी मिसाल पेश की है जिसे देखकर सभी को शिक्षा लेनी चाहिए. उनके इस कार्य के लिए हर कोई तारीफ कर रहा है. दरअसल, हम बात सीकर जिले की सीमा पर बसे कोलिडा गांव की कर रहे हैं. इस गांव में मुस्लिम समाज के लोगों ने अपनी दरिया दिली दिखाते हुए हिंदू समाज द्वारा बनाए गए एक मंदिर को अपने कब्रिस्तान की लाखों रुपए की जमीन दान में दे दी लेकिन पूरे प्रेम भाव और श्रद्धा के साथ ।
करीब 9 हजार की आबादी वाले इस गांव मे हिंदू और मुस्लिम दोनों ही धर्मों को मानने वाले लोग रहते हैं. गांव में रहने वाले हिंदू धर्म के लोगों ने कुछ समय पहले सूरजमल माता मंदिर का निर्माण गांव मे करवाना शुरू करवाया था. इसके बाद मंदिर के लिए जमीन कम पड़ गई.
मंदिर की जमीन कम पड़ने पर गांव के मुस्लिम समाज के लोगों ने अपने कब्रिस्तान की जमीन ग्राम पंचायत को एक प्रस्ताव देकर मंदिर के लिए दान में दे दी
अब मंदिर को दान में मिली इस जमीन पर सुंदर पार्क का निर्माण करवाया जाएगा. आज के समय मे जब धर्मों को लेकर जहां लोग बंटे हुए दिखाई दे रहे हैं वहीं सीकर जिले के एक छोटे से गांव कोलिडा में उठी बदलाव की ये बयार ऐसे लोगों को एक सीख दे सकती है, जिनके लिए धर्म ही सर्वोत्तम है.
वहीं मुस्लिम समाज द्वारा अपनी जमीन मंदिर को दान दिए जाने के बाद ग्रामीणों ने गांव के मुस्लिम समाज के लोगों का सम्मान भी किया है.