पाकिस्तान की मिलिट्री कोर्ट में मौत की सजा पाने वाले पूर्व भारतीय नौसैनिक कुलभूषण जाधव के केस में एक रोचक बात सामने आई है. मार्च 2016 में जिस पाकिस्तानी टीम ने कुलभूषण को अरेस्ट किया था, उसके एक सदस्य मुहम्मद हबीब जाहिर के इंडियन कस्टडी में होने का संदेह है. हबीब पाकिस्तानी सेना का रिटायर हो चुका लेफ्टिनेंट कर्नल है, जो भारत-नेपाल के बॉर्डर के पास लुंबिनी इलाके से गायब हो गया था.
सुरक्षा संस्थानों के अपने सूत्रों के हवाले से इंडियन एक्सप्रेस ने छापा है कि भारतीय एजेंसियां लंबे समय से हबीब की तलाश कर रही थीं. आखिरी बार उसे लुंबिनी में देखा गया था. सूत्रों का मानना है कि जाधव को मिली फांसी की सजा का ताल्लुक हबीब के गायब होने से है.
एक अधिकारी ने बताया, ‘जाहिर पिछले सप्ताह भारत-नेपाल बॉर्डर पर था. वह उस टीम में था, जिसने जाधव को पकड़ा था. निश्चित तौर पर इन दोनों मामलों में कनेक्शन है. पाकिस्तानी अधिकारियों को जाहिर के गायब होने का पता चलने के बाद बहुत जल्द जाधव को जासूस बताकर उसे फांसी की सजा सुना दी गई. मकसद साफ है.’
जाहिर पाकिस्तानी सेना से 2014 में रिटायर हो गया था, लेकिन बताया जाता है कि वह ISI के अंडरकवर ऑपरेशन्स से जुड़ा हुआ था. 2015 में उसने जाधव की अपने परिवार से हुई बातचीत सुनी थी, जिसके बाद उसने जाधव को ट्रैक करना शुरू कर दिया. एक अधिकारी ने बताया,
‘बिजनेस के सिलसिले में ईरान गए जाधव इंडियन पासपोर्ट इस्तेमाल कर रहे थे, जिस पर उनका नाम हुसैन मुबारक पटेल था. पाकिस्तानी अधिकारियों ने उन्हें अपने परिवार के साथ मराठी में बात करते सुना, जिसके बाद जाधव को ट्रेस किया गया और मार्च, 2016 में ट्रैप बिछाकर अरेस्ट कर लिया गया.’
सूत्रों के मुताबिक जाहिर को ‘एक बड़े शिकार’ का लालच देकर नेपाल लाया गया था. हबीब के गायब होने के बाद उसके परिवार ने मीडिया से कहा था कि हबीब को ‘दुश्मन जासूसी’ एजेंसियों ने उठा लिया है. पाकिस्तान के सिक्यॉरिटी सर्किल में ‘दुश्मन’ शब्द का इस्तेमाल भारत के लिए किया जाता है.
जाधव को फांसी की अनाउंसमेंट के बाद भारत के गृहमंत्री राजनाथ सिंह और विदेशमंत्री सुषमा स्वराज ने पाकिस्तान को अंजाम भुगतने की चेतावनी दी है. वहीं बीजेपी सांसद और पूर्व केंद्रीय गृह सचिव आरके सिंह दावा कर रहे हैं कि पाकिस्तान की मिलिट्री कोर्ट में कोई गुप्त सैन्य ट्रायल हुआ ही नहीं है. उनके मुताबिक जाधव को टॉर्चर करके उनकी हत्या की चुकी है और हत्या को छिपाने के लिए फांसी का नाटक रचा जा रहा है.