आज महिलाएं हर मामले में पुरुषों को कड़ी टक्कर दे रही हैं। ऐसा शायद की कोई कार्यक्षेत्र बचा हो जहां महिलाओं ने अपनी मौजूदगी का अहसास नहीं कराया हो। भारत में भले ही पुरुष प्रधान संस्कृति रही हो, लेकिन इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता है कि देश में महिलाओं को पूजा तक जाता है, लेकिन हमारे ठीक बगल में पड़ोसी देश पाकिस्तान में महिलाओं का व्यापक तौर पर सम्मान पाना चुनौैती का विषय बना हुआ है। आलम यह है कि पाकिस्तान की संसद तक में महिला नेताओं को छींटाकशी का शिकार होना पड़ जाता है।
पाकिस्तान में महिलाओं से जुड़े से कई उदाहरण हैं जहां कानून बनाने वालों ने ही अपने साथ की महिलाओं के साथ बुरा बर्ताव किया। यह बात स्वीकार की जानी चाहिए कि भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव की स्थिति कभी थमी नहीं, लेकिन महिलाएं किसी भी देश की रही हो, भारत ने उनके साथ होने वाले गलत व्यवहार को कभी जायज नहीं ठहराया। साथ ही देश इस बात में पूरा यकीन रखता है कि हर देश की महिलाएं पूरे सम्मान की हकदार हैं, पाकिस्तान की ही क्यों न हों।
पाकिस्तान अपने देश की महिलाओं के लिए कितना संवेदनशील है, इन 6 वाकयों से पता चलता है। पाकिस्तान के नेताओं ने ही अपने देश की महिला नेताओं के लिए भरी संसद में वे बातें बोलीं, जो बोली नहीं जानी चाहिए।
बेनजीर भुट्टो को भी होना पड़ा था शिकार
हाल ही में सदन में चल रही प्रोसीडिंग के दौरान स्पीकर अयाज सादिक ने महिला नेताओं से कहा कि वो या तो चुप हो जाएं या अपनी बातें बाहर जाकर करें। इस पर नेता विपक्ष खुर्शीद शाह ने कहा कि इनसे चुप होने को न कहा जाए वरना इनके पेट में दर्द होने लगेगा। इस पर पाकिस्तान पीपल्स पार्टी की नफीसा शाह ने कहा कि वो इस बात पर एक विरोध प्रदर्शन करेंगी, क्योंकि पुरुष भी बराबर बात कर रहे थे और स्पीकर ने सिर्फ महिलाओं को ही चुप रहने को कहा। महिला नेताओं को यह कहकर चुप करा दिया गया कि वे चेयर को चुनौती नहीं दे सकती हैं।
पिछले महीने ही एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान पीएमएलएन के जावेद ने पीटीई के मुराद सईद की बहन और चेयरमैन इमरान खान को लेकर एक ऐसी बात कह दी थी कि ट्विटर पर उन्हें लोगों के गुस्से का शिकार होना पड़ा था। ये तो हाल फिलहाल की बातें हैं लेकिन वाकये और भी है जो आज भी चिंता का विषय बने हुए हैं।
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पाकिस्तान की प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो को कई बार उनके कपड़ों के लिए चिढ़ाया जाता रहा। उनको भरी सभा में ऐसी बातें कही गईं जो किसी भी देश में कही जातीं तो हंगामा मच जाता। एक बार वह सदन में हरे रंग का सूट और सफेद सलवार पहनकर आई थीं। इस पर उन्हें तोते की संज्ञा दे दी गई और फिर खूब हंगामा मचा।
द्विअर्थी बातें करने में माहिर हैं पाकिस्तानी नेता
इसके अलावा एक बार शेख रशीद ने पीले रंग का सूट पहनी भुट्टो को इतना भद्दा नाम दिया कि उसे लिखना गैर मर्यादित होगा। इसके बाद जब भुट्टो पंजाब के राज्यपाल से मिलने गईं तो वह बेहद गुस्से में थीं। उसी रात रशीद के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगा था।
रेल मंत्री बेगम जाहिद खालीकुजमन ने एक बार कहा कि मेरे पास इतना काम रहता है कि मेरा एक पैर कराची तो दूसरा रावलपिंडी में रहता है। इस पर कोई पीछे से चिल्लाया कि रहीम यार खान के लोग काफी खुश होंगे।
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पाकिस्तान के डिफेंस मिनिस्टर ख्वाजा आसिफ ने बेगम मेहनाज रफी को पेंगुइन कहा। ऐसा उन्होंने उनके चलने के ढंग को लेकर कहा। आसिफ ने शिरीन मिर्जा को ट्रेक्टर ट्राली कहा। उन्होंने कहा कि कोई इस ट्रेक्टर ट्राली को चुप कराओ। इनकी आवाज को और ज्यादा फेमिनिन होना चाहिए। इसके अलावा किसी ने मेहनाज को आंटी भी कहा था।
इससे घटिया बात नहीं हो सकती
हफीज हमदुल्लाह नाम के एक नेता ने टीवी शो के दौरान एनालिस्ट मर्वी से ऐसी बात कही कि उस घटना को एयर ही नहीं किया गया। मर्वी के पोस्ट में आप पढ़ सकते हैं कि उस दिन क्या हुआ था।
ये वाकये बताते हैं कि पाकिस्तान में जब महिला नेताओं का ये हाल है तो आम महिलाओं के साथ न जाने कैसा बर्ताव होता होगा। सबसे बड़ी बात जब कोई नेता ऐसी बात करता है तो साथ वाले उसे रोकने के बजाए उसकी तारीफ करते हुए उसकी हां में हां मिलाते हैं। ये पाकिस्तान का एक ऐसा चहरा है जिसे आइना देखना पसंद नहीं है।