सुखी जीवन के लिए सर्वप्रथम यह जरुरी है कि एक दूसरे को सम्मानपूर्ण नजरों से देखा जाए और एक दूसरे से सम्मान पूर्वक व्यवहार किया जाए। परिवार में हो अथवा परिवार से बाहर जहाँ भी हम एक दूसरे से सम्मान पूर्वक व्यवहार करते हैं निश्चित ही वहाँ सुख अवश्य प्रकट हो जाता है।
व्यवहार की कुशलता ही परिवार के माहौल को सुखद बनाने हेतु एक प्रमुख कारण है। व्यवहार की कुशलता के अभाव में हमारा जीवन प्रायः कलहपूर्ण बन जाता है। अधिकांशतया परिवार की अशांति के पीछे एक ही बात सामने आती है और वह यह कि एक दूसरे के प्रति हमारे मन में सम्मान की कमी।
हर बार किसी से सहमत हों यह जरुरी नहीं मगर हर बार अपनी बात को सम्मानपूर्ण ढंग से रखना यह सुखी पारिवारिक जीवन के लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण है।