(दोस्तो पिछली कड़ी में आपने पढ़ा कि किस तरह रोहन निशान दीपक एक साथ जंगल जाते हैं और शंखिनी जहां रहती है उसकी खोज करते हैं और उसके बाद वह उसी स्थान पर पहुंचते हैं जहाँ शंखिनी का निवास था त
वृंदा:-हाँ,माँ ने सबकुछ बता दिया था।तब से हम दोंनो परेशान थें।तुम्हें सही राह पर लाने के लिए मार्ग खोज रहे थें।मुझे क्या पता तुम यह सब द्रुपत के लिए कर रहे थें।अब सारी मुश्किले टल चुकी हैं। नहीं दीदी।
(पिछले भाग में आपने पढ़ा कि किस तरह शंखिनी रोहन के दुश्मनों को मार देती है । और रोहन के साथ जो चोरी होती है उसकी ख़बर वह अपनी माँ को और निशान को देता है ) माँ रोहन की हालत देखती है और पूछती है क्या ...
पिछले अध्यायों में हमने पढ़ा कि झारखंड के एमएलए की बेटी की शिखा की शादी की तैयारियां हो रही है और उसके कॉलेज के जमाने की सहेली मौलि शादी में आने वाली है। मौलि के आने की खबर से शिखा की खुशी का ठिकाना न
जमीला को पहली बार महमूद ने बाग़-ए-जिन्ना में देखा। वो अपनी दो सहेलियों के साथ चहल क़दमी कर रही थी। सबने काले बुर्के पहने थे। मगर नक़ाबें उलटी हुई थीं। महमूद सोचने लगा। ये किस क़िस्म का पर्दा है कि बुर
तुम्हारा तवील ख़त मिला जिसे मैंने दो मर्तबा पढ़ा। दफ़्तर में इसके एक एक लफ़्ज़ पर मैंने ग़ौर किया और ग़ालिबन इसी वजह से उस रोज़ मुझे रात के दस बजे तक काम करना पड़ा, इसलिए कि मैंने बहुत सा वक़्त इस गौर-ओ-
(जहाँ आपने इससे पहले पढ़ा कि किस तरह शंखिनी रोहन को ढूढ़ लेती है और रास्ते मे कई लोगो की हत्याएं कर देती है और भेष बदलकर रोहन से मिलने आ जाती है ) रोहन को देखने के बाद शंखिनी मन मे अत्यंत प्
(पिछले भाग में आप ने पढ़ा कि किस तरह रोहन के हाथ मे आने के बाद पत्थर में चमत्कार होता है और पत्थर चमकने लगता है । और दूसरी तरह शंखिनी को अपनी शक्तियां मिल जाती है और वह र
पिछले भाग में आप ने पढ़ा कि किस तरह निशान रोहन को शंखिनी की कैद से छुड़ा लाता है और शंखिनी उनका पीछा करती है और वह दोनो कार में बैठ कर जंगल से शहर की ओर निकल जाते है ।कार में बैठा व्यक्ति पत्थर को देखता
पिछले अध्यायों में हमने पढ़ा कि झारखंड के एमएलए की बेटी की शिखा की शादी की तैयारियाँ हो रही है और उसके कॉलेज के जमाने की सहेली मौलि शादी में आने वाली है। मौलि के आने की खबर से शिखा की खुशी का ठिकाना न
मिस्ट्री मर्डर 1 तेज-तर्रार इंस्पेक्टर नील की जघन्य हत्या / आत्महत्या से पुलिस विभाग स्तब्ध था। हँसमुख, खुशदिल इंस्पेक्टर नील न केवल पुलिस विभाग का प्रिय था बल्कि शहर के नागरिकों का अच्छा दोस्त भी था
पिछले अध्यायों में हमने पढ़ा कि झारखंड के एमएलए की बेटी की शिखा की शादी की तैयारियाँ हो रही है और उसके कॉलेज के जमाने की सहेली मौलि शादी में आने वाली है। मौलि के आने की खबर से शिखा की खुशी का ठिकाना न
पिछले अध्यायों में हमने पढ़ा कि झारखंड के एमएलए की बेटी की शिखा की शादी की तैयारियाँ हो रही है और उसके कॉलेज के जमाने की सहेली मौलि शादी में आने वाली है। मौलि के आने की खबर से शिखा की खुशी का ठिकाना न
पिछले अध्याय में हमने पढ़ा कि झारखंड के एमएलए की बेटी की शिखा की शादी की तैयारियाँ हो रही है और उसके कॉलेज के जमाने की सहेली मौलि शादी में आने वाली है। मौलि के आने की खबर से शिखा की खुशी का ठिकाना न थ
धनबाद के हीरापुर में स्थित सहाय सदन, झारखंड के MLA शांतिकान्त सहाय का स्थायी पता, सहाय सदन को अगर बाहर से देखें तो सिर्फ ऊँची दीवारें दिखाई देती हैं जिसपे कांटे लगे हैं और काले रंग की लम्बी-चौड़ी गेट ह
साइलेंट किलर( सस्पेंस स्टोरी)पात्र_शारदा _पत्नी रवि_ पति विजय_पिता मीरा_मांभोली_नौकरानी राणो_नौकरानीखुशी,नमन शारदा की बेटियांपहला भागघर में दिवाली की सफाई चल रही है ,शारद
पिछली रचना में आप ने पढ़ा कि कैसे रोहन को शंखिनी उठा ले जाती है और अपनी इच्छाएं पूरी करती है और एक तरफ रोहन के दोस्त उसको ढूढ़ने पर लगे रहते है पर रोहन का कोई पता नही चलता है पर न
बार के बेसमेंट में टूटे-फूटे कबाड़ और धूल-गंदगी
शहर में कहीं..
एक फ्लैट के ड्राइंगरूम में,<