बुधवार को संसद में कुछ लोगों के घुसने का मामला सामने आया था। पुलिस इस मामले की गहनता से जांच कर रही है। पुलिस सत्रों का कहना है कि संसद सुरक्षा उल्लंघन का मुख्य साजिशकर्ता कोई और है। पुलिस सूत्रों ने गुरुवार को कहा कि प्रारंभिक जांच के अनुसार ये जानकारी सामने आई है। सूत्रों के मुताबिक आरोपियों ने पहले ही संसद के बाहर की रेकी कर ली थी।
पार्लियामेंट सिक्योरिटी में सेंध लगाने के मामले में पुलिस सूत्रों का बड़ा खुलासा।
बुधवार को संसद में कुछ लोगों के घुसने का मामला सामने आया था। पुलिस इस मामले की गहनता से जांच कर रही है। पुलिस सत्रों का कहना है कि संसद सुरक्षा उल्लंघन का मुख्य साजिशकर्ता कोई और है। पुलिस सूत्रों ने गुरुवार को कहा कि प्रारंभिक जांच के अनुसार ये जानकारी सामने आई है।
सूत्रों के मुताबिक, आरोपियों ने पहले ही संसद के बाहर की रेकी कर ली थी। पुलिस सूत्रों ने बताया कि सभी आरोपी एक सोशल मीडिया पेज 'भगत सिंह फैन क्लब' से जुड़े थे।
सूत्रों ने बताया कि सभी लोग करीब डेढ़ साल पहले मैसूर में मिले थे। सागर जुलाई में लखनऊ से आए लेकिन संसद भवन में प्रवेश नहीं कर सके। 10 दिसंबर को एक-एक करके सभी लोग अपने-अपने राज्यों से दिल्ली पहुंचे। वे इंडिया गेट के पास एकत्र हुए, जहां सभी को रंगीन पटाखे बांटे गए।
इस बीच दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने यूएपीए धारा के तहत मामला दर्ज किया है।
गृह मंत्रालय (एमएचए) ने भी बुधवार को संसद सुरक्षा उल्लंघन की घटना की जांच का आदेश दिया है।
गृह मंत्रालय ने कहा, लोकसभा सचिवालय के अनुरोध पर, गृह मंत्रालय ने संसद सुरक्षा उल्लंघन की घटना की जांच का आदेश दिया है। सीआरपीएफ के महानिदेशक अनीश दयाल सिंह के तहत एक जांच समिति गठित की गई है, जिसमें अन्य सुरक्षा एजेंसियों और विशेषज्ञों के सदस्य शामिल हैं।
संसद पर आतंकी हमले की 22वीं बरसी पर सुरक्षा में एक बड़ा उल्लंघन तब हुआ जब शून्यकाल के दौरान दो घुसपैठिए विजिटर गैलरी से लोकसभा कक्ष में प्रवेश कर गए।
लोकसभा में सुरक्षा उल्लंघन में, दो व्यक्ति हाथों में कनस्तर लेकर दर्शक दीर्घा से सदन में कूद पड़े। सांसदों द्वारा काबू किए जाने से पहले उन्होंने कनस्तरों से पीली गैस छोड़ी और नारे लगाए।