नवंबर, 2018 के मुकाबले इस बार 31 लाख से ज्यादा महिला वोटर बढ़ी हैं। ये भी अहम हैं कि इन 29 सीटों में 20 पर कांग्रेस काबिज है, 8 पर बीजेपी,1 पर निर्दलीय मतदाता हैं।
मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों में 29 में महिला मतदाताओं ने पुरुष मतदाताओं को पछाड़ दिया है।
भोपाल: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh Assembly Elections 2023) में सत्तारूढ़ बीजेपी (BJP) और प्रमुख विपक्षी कांग्रेस (Congress) 'लाडली बहना' (Laadli Behana Yojana) और 'नारी सम्मान' (Nari Samman Yojana )जैसी योजना के जरिये महिला मतदाताओं (Female Voters)को लुभाने में लगी हुई हैं। चुनाव से ठीक पहले महिला आरक्षण बिल (Women's Reservation Act) जैसे और कई अहम घटनाक्रम हुए। राज्य में अंतिम मतदाता सूची भी छप गई है. निर्वाचन आयोग ने जो वोटरों का आंकड़ा दिया है, वह चौंकाने वाला है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्रदेश में इस साल होने वाले चुनाव में महिलाएं निर्णायक भूमिका निभा सकती हैं।
29 सीटों में महिला मतदाताओं ने पुरुष वोटर्स को पछाड़ा
मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों में 29 में महिला मतदाताओं ने पुरुष मतदाताओं को पछाड़ दिया है. इस साल की शुरुआत में कुल 230 सीटों में से 18 पर पुरुष मतदाताओं की तुलना में अधिक महिला मतदाता थीं। लेकिन 10 महीने से भी कम समय में महिला मतदाताओं के प्रभुत्व वाली सीटों का आंकड़ा 61% तक बढ़ गया।दिलचस्प बात यह है कि इनमें भी 29 में से 25 सीटें या तो अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं या उनमें आदिवासी वोटर निर्णायक हैं. इन 29 सीटों में, महिलाओं और पुरुषों का लिंगानुपात 1000 से 1044 के बीच है।
नवंबर, 2018 के मुकाबले इस बार 31 लाख से ज्यादा महिला वोटर बढ़ी हैं। ये भी अहम हैं कि इन 29 सीटों में 20 पर कांग्रेस काबिज है, 8 पर बीजेपी,1 पर निर्दलीय मतदाता हैं।