अयोध्या के भव्य श्रीराम मंदिर के उद्घाटन को लेकर भक्तों में खासा उत्साह है।वह भगवान नवनिर्मित भव्य मंदिर में श्रीराम के दर्शन के लिए उतावले हो रहे हैं। ऐसे में प्राण प्रतिष्ठा की तारीख सामने आ जाने के बाद अयोध्या नगरी में अन्य कार्यक्रमों की रूपरेखा भी तैयार की जा रही है।
उत्तर प्रदेश के अयोध्या में श्रीराम मंदिर के निर्माण के साथ ही बाकी तैयारियां जोरों पर चल रही हैं।अगले साल जनवरी में श्रीराम मंदिर का उद्घाटन होना है।अयोध्या में 15 से 24 जनवरी तक अनुष्ठान होगा।इस दौरान श्रीराम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा भी होगी। इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आने का समय भी तय हो गया है। वे 22 जनवरी को अयोध्या पहुंचेगे।22 जनवरी को ही श्रीराम मंदिर की ‘प्राण प्रतिष्ठा’ भी होगी।
श्रीराम जन्मभूमि प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम को दुनिया के सारे सनातनियों से जोड़ा जाएगा। कार्यक्रम को संपूर्ण विश्व में आनंदोत्सव के रूप में मनाया जाएगा।
विदेश के लोग भी महाउत्सव के बनेंगे सहभागी
प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम को जन- जन और हर राम भक्त का कार्यक्रम बनाया जाएगा. देश ही नहीं विदेशों में भी रहने वाले लोग इस महाउत्सव के सहभागी बनेंगे।
देशभर के सभी मंदिरों में होगा पूजा-पाठ
प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन देशभर के मठ मंदिरो में पूजन-पाठ, यज्ञ, हवन और आरती होगी। साथ ही उस रात रामभक्त अपने घर में पांच दीपक अवश्य जलायेंगे।साथ ही उन्होंने कहा कि श्रीराम मंदिर के निर्माण की तिथि को सदैव देश और सनातन को जोड़ने वाली तिथि के रूप में याद किया जाएगा।
राम मंदिर अयोध्या पर निर्णय का निष्कर्ष यह है कि 2020 में सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद, अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण शुरू हुआ है, जो हिन्दू समुदाय के लिए महत्वपूर्ण है। इस निर्णय ने एक सम्प्रेषणीय इतिहासिक और सांस्कृतिक मोमेंट की शुरुआत की है, जो भारतीय समाज के साथीपूर्णता और एकता की ओर कदम बढ़ाता है। इसके साथ ही, सुप्रीम कोर्ट ने धार्मिक सहमति और संविधानिक मूलाधार का पालन करने का प्रमाण दिया है, जो भारतीय संविधान की महत्वपूर्ण भूमिका को दरकिनार नहीं किया जा सकता है। इससे आपसी सद्भावना और एकता की दिशा में एक प्रेरणा स्रोत मिला है, जो भारत के एक समृद्ध और विविध समाज के निर्माण में मदद कर सकता है।