गाजा में तबाही का मंजर (Israel Palestine War) यह है कि मलबे से बाहर निकालकर अस्पताल में भर्ती कराए गए सबरीन अबू दक्का को जब होश आया तो पता चला कि उसके तीन बच्चे मारे जा चुके हैं और दो घायल हो गए, जब कि छठवें का कुछ पता नहीं है।
फिलिस्तीन के आतंकी गुट हमास ने शनिवार को जिस जंग (Israel Palestine War) का आगाज इजराइल में किया वह अब उन पर उल्टा पड़ता दिख रहा है।हमास ने इजराइल पर एक साथ 5 हजार रॉकेट दागकर तबाही मचा दी, इसका मुंहतोड़ जवाब अब इजराइल भी गाजा पट्टी पर दे रहा है.अब तक 370 फिलिस्तीनियों की मौत हो चुकी है।न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक फिलिस्तीनी अधिकारियों का कहना है कि शनिवार को गाजापट्टी को 15 सालों में सबसे घातक दिन का सामना करना पड़ा. इजराइल की तरफ से किए जा रहे जवाबी हवाई हमलों में पिछले चौबीस घंटों में 300 फिलिस्तीनी मारे गए। दक्षिणी गाजा पट्टी के खान यूनिस में शनिवार को हुए हवाई हमले में तीन महीने के जुड़वां बच्चे और उनकी मां और तीन बहनों की मौत हो गई। ये जानकारी पीड़ित परिवार की तरफ से दी गई है।
10 की मौत, 4 घर पूरी तरह तबाह
हमास को दिए गए करारे जवाब के रूप में इजराइल की तरफ से की गई एयर स्ट्राइक में खान यूनिस में करीब 10 लोग मारे गए और चार घर पूरी तरह से तबाह हो गए।राहत और बचाव दल मलबे में दबे लोगों की तलाश रविवार को भी करते रहे।हमास के आतंकियों के हमले में करीब 700 इज़राइलियों की मौत हो गई और दर्जनों लोगों को बंधक बना लिया गया।इज़राइल के मुख्य सैन्य प्रवक्ता ने कठोर प्रतिक्रिया देते हुए इसे इजराइल के इतिहास में निर्दोष नागरिकों का सबसे भयंकर नरसंहार बताया।
हमास-नियंत्रित गाजा पट्टी में स्वास्थ्य मंत्रालय ने अब तक 370 फिलिस्तीनियों के मारे जाने और 2,200 अन्य लोगों के घायल होने की सूचना दी है, जिनमें करीब 300 लोग शनिवार को मारे गए थे। यह आंकड़ा साल 2008 के बाद से एक ही दिन में इजरायली हमलों में गाजा में मारे गए फिलिस्तीनियों की सबसे बड़ी संख्या है।बता दें कि गाजा के हमले के बाद इजराइल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने प्रतिशोध लेने की कसम खाई थी।उन्होंने कहा था कि हमास को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी।
गाजा में हर तरफ तबाही का मंजर
गाजा में तबाही का मंजर यह है कि मलबे से बाहर निकालकर अस्पताल में भर्ती कराए गए सबरीन अबू दक्का को जब होश आया तो पता चला कि उसके तीन बच्चे मारे जा चुके हैं और दो घायल हो गए, जब कि छठवें का कुछ पता नहीं है। भारी आवाज में उसने कहा कि उसके ऊपर ही घर ध्वस्त हो गया। मलबे में दबे होने के दौरान उसने अपने बच्चों को पुकारा लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। नलबा उनके ऊपर से हटाए जाने में तीन घंटे का समय लग गया।